धूप सेकने से दूर होगी Vitamin D की कमी, ये भी जान लीजिए कब और कितनी देर तक लेनी चाहिए धूप

Vitamin D And Sun Light :आपको बता दें कि विटामिन डी का सबसे बड़ा नेचुरल सोर्स है सूरज की किरणें. तो आइए जानते हैं कि सूरज की किरणों से विटामिन डी की कमी को दूर करने के लिए किन बातों को जानना जरूरी है.

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Vitamin D Source :

Sun Light For Vitamin-D: विटामिन डी एक ऐसा विटामिन है जिसकी कमी अक्‍सर लोगों में पाई जाती है. भारत ही नहीं, 40 प्रतिशत अमेरिकी अडल्‍ट्स भी विटामिन डी की कमी (Vitamin D Deficiency) की समस्‍या से जूझ रहे हैं. दरअसल, ये अन्‍य पोषक तत्‍वों की तरह हमारे शरीर में नहीं बनता, ये तब बनता है जब स्किन में मौजूद कोलेस्‍ट्रॉल, सूरज की धूप के संपर्क में आते हैं. इसकी कमी होने पर शरीर में कैल्शियम (Calcium) का अवशोषण नहीं हो पाता और बोन्‍स कमजोर होने लगते हैं. हालांकि अगर आप जरूरत से अधिक मात्रा में सूरज की धूप में बैठें (Taking Sun Light) तो यह सेहत को नुकसान भी पहुंचा सकता है. 

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विटामिन डी के लिए धूप में कब बैठैं (When to sit in the sun to get Vitamin D?)

दोपहर से पहले की धूप में बैठना हमारे शरीर में विटामिन डी की कमी को दूर करने में मदद कर सकता है. जबकि दोपहर या दोपहर बाद की धूप में यूवीबी किरणें काफी इंटेंस होती हैं. शोधों में पाया गया है कि अगर आपकी त्‍वचा का रंग हल्‍का है तो आपको अपनी स्किन को 10 से 30 मिनट तक सप्‍ताह में 3 दिन एक्‍सपोज करना चाहिए, जबकि अगर त्‍वचा का रंग गहरा है तो आप इससे अधिक देर तक धूप में बैठ सकते हैं. 

विटामिन डी के फायदे (Benefits Of Vitamin D)

  • जब आप धूप में बैठते हैं तो इससे शरीर में मेलाटोनिन नाम का हार्मोन रिलीज होता है जो स्‍ट्रेस कम करने में मदद कर सकता है. 
  • धूप से मिलने वाली विटामिन डी हमारी स्किन और बालों के लिए भी काफी अच्‍छा होता है. इससे बाल हेल्‍दी और मजबूत बनते हैं जबकि स्किन सेल्‍स हेल्‍दी रहने की वजह से ग्‍लो करते हैं. 
  • स्किन का ऑक्‍सीजन लेवल बढ़ता है जिससे हर तरह का सूजन कम होता है और चेहरा व शरीर तरोताजा दिखता है. 
  • विटामिन डी की सही आपूर्ति से इम्‍यूनिटी सिस्‍टम बेहतर होता है और बीमारियां व संक्रमण का डर कम होता है.

अधिक धूप में बैठने से हो सकता है नुकसान भी

 अगर आप जरूरत से अधिक देर तक धूप का सेवन कर रहे हैं तो इससे नुकसान भी उठाना पड़ सकता है, मसलन, सनबर्न, रेटिना डैमेज, स्किन प्रॉब्‍लम, हीट स्‍ट्रॉक, स्किन कैंसर आदि का खतरा बढ़ सकता है. 

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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