सर्दी में नवजात शिशु को कंबल में लपेट कर रखा था और हो गई है विटामिन डी की कमी, तो आज यह करें, तुरंत दिखेगा असर

Do newborns really need vitamin d drops : सर्दी में नवजात शिशु को हो गई विटामिन डी की कमी तो इस तरह से करें पूरा. फिर कभी नहीं पड़ेगा बीमार.

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Vitamin d3 drops for baby uses in hindi : शिशु की विटामिन डी की कमी इस तरह करें पूरी.

Do breastfed babies really need vitamin d : सर्दी में आपने नवजात शिशु को अगर कंबल में लपेट कर रखा है और वैसे भी पूरे एक महीने सूरज के दर्शन भी बहुत कम हुए हैं. ऐसे नए बच्चे (Vitamin D Deficiency Symptoms In Kids) में विटामिन डी की कमी अकसर हो जाती है. अगर आप चाहती हैं कि आपके बच्चे का विटामिन डी पूरा रहे तो आप इस तरह से पूरा कर सकते हैं. इससे वह जल्दी बीमार नहीं पड़ेगा और एकदम फिट रहेगा. दरअसल, विटामिन डी सभी के लिए जरूरी होता है. इसमें ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो शरीर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं. विटामिन डी (vitamin d deficiency in child treatment) की कमी होने से शरीर में बहुत सी बीमारियां हो सकती हैं‌. यूनिसेफ की एक रिसर्च के अनुसार नवजात शिशु में विटामिन डी की कमी का एक बड़ा कारण गर्भवती मां का खानपान में लापरवाही और सेहत का ध्यान ना रखना है. 

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नवजात शिशु के लिए विटामिन डी :- नवजात शिशु के लिए और भी ज्यादा जरुरी होता है विटामिन डी, इसकी कमी के कारण नवजात बच्चे के विकास में वृद्धि नहीं होती उसका मानसिक और शारीरिक विकास नहीं हो पता .

इम्यून सिस्टम :- छोटे बच्चों और पैदा हुए नवजात बच्चों के लिए विटामिन डी की कमी उनकी सेहत के लिए खतरा बन सकती है. विटामिन डी हड्डियों और इम्यून सिस्टम दोनों के लिए जरुरी होता है, विटामिन डी की कमी होने से बच्चे जल्दी-जल्दी बीमार होने लगते हैं.

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शिशुओं के लिए विटामिन डी क्यों जरूरी है | Vitamin D Deficiency In Kids

बच्चों में पैदा होते टाइम विटामिन डी बहुत कम होता है, जो मां के गर्भवती होने के दौरान ही बच्चे में आता है. प्रेग्नेंसी के चलते मां के शरीर में विटामिन डी कम हो जाता है, जिस कारण यही कमी बच्चे में भी आ जाती है. वैसे स्तनपान कराने से बच्चे की इस कमी को पूरा किया जा सकता है और उसके लिए मां को सप्लीमेंट्स और एक्सपोजर की मदद लेनी होती है. इससे बच्चे को भरपूर मात्रा में विटामिन डी मिलता है. परंतु ऐसा कहना भी ठीक नहीं होगा की सिर्फ मां के दूध से ही बच्चे को विटामिन डी मिल सकता है. जैसा की सभी जानते हैं कि धूप में बैठने से विटामिन डी की कमी कुछ हद तक पूरा किया जा सकता है. पुराने समय में दादी और नानी अकसर कहती थी कि बच्चे कि मालिश करके बच्चों को कुछ देरा धूप में लेकर बैठ जाना चाहिए. इससे बच्चे की हड्डियां मजबू होती हैं और उनमें विटामिन डी की कमी पूरी हो जाती है.

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रिकेट्स की प्रॉब्लम होना :- विटामिन डी की कमी से बच्चों में रिकेट्स नामक बीमारी होने की संभावना होती है. इससे बच्चे की हड्डियां टेढ़ी हो जाती है .

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बार-बार बीमार होना :- जब बच्चों में विटामिन डी की कमी होती है तो वह बार-बार बीमार होते हैं , बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए बहुत जरूरी है विटामिन डी की कमी उनके शरीर में नहीं होने देनी चाहिए.

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