ओवर इमोशनल बच्चे की देखभाल के लिए रखें इन अहम बातों का ध्यान, बच्चे नहीं भटकेंगे राह

Parenting Tips for Emotional Child: अगर बात-बात पर रोने लगता है बच्चा तो इस तरह करें मैनेज. ओवर इमोशनल बच्चों की सावधानी से की जानी चाहिए देखभाल.

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Parenting Tips: बच्चा जब जरूरत से ज्यादा हो इमोशनल तो इस तरह रखें ख्याल.

Parenting Tips: बच्चे आमतौर पर बहुत ही सेंसिटिव होते हैं, हर इमोशन को वो खुलकर दिखाते हैं और जाहिर भी करते हैं. वहीं, कुछ ऐसे होते हैं जो दूसरे बच्चों के मुकाबले अधिक इमोशनल होते हैं, ऐसे बच्चों की फीलिंग्स को ना समझा जाए तो वो गुस्से में भी बदल सकता है. ओवर इमोशनल बच्चों को संभालने के लिए अधिक सतर्क होने की जरूरत होती है. ऐसे बच्चे किसी भी छोटी सी बात को अपने दिल पर लगा सकते हैं और उसकी वजह से दुख के साथ ही वो गुस्से में भी डूब जाते हैं, इन बच्चों को सही देखभाल न मिले तो उनका गुस्सा गुबार बन जाता है. ऐसे ही ओवर इमोशनल बच्चों की देखभाल के लिए हम कुछ पैरेंटिंग टिप्स यहां शेयर कर रहे हैं जो आपकी मदद कर सकते हैं.

ओवर इमोशनल बच्चे को कैसे संभालें | How to handle over emotional child 

अधिक सख्ती न करें



जो बच्चे ज्यादा भावुक होते हैं वो दूसरों से अधिक समझदार भी होते हैं. ज्‍यादा सख्ती से पेश आने से बच्चे बिगड़ सकते हैं. ऐसे बच्चे जो बहुत अधिक इमोशनल हैं उनसे अधिक सख्ती दिखाने की जगह उनसे प्यार से बात करें और अपनी बात को समझाएं.



अपना वक्त दें



अगर आपका बच्‍चा भी बहुत ज्‍यादा इमोशनल (Over Emotional) है तो आप सबसे पहले उसे अपना अधिक से अधिक टाइम दें, इस तरह उसका आत्‍मविश्‍वास बढ़ने लगेगा और वह खुद को ज्यादा सेफ फील करेगा. ऐसे बच्चों को संभालने के लिए काफी धैर्य रखने की जरूरत होती है.

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बच्चे की खुशी का रखें ख्याल


आप अपने बच्चे की बात को अच्छे से सुनें और उसे समझने की कोशिश करें. आपका बच्चा बहुत अधिक भावुक है, अगर इस बात पर आप उसपर नाराजगी जाहिर करेंगे तो इस तरह उसका कॉन्फिडेंस कम हो जाएगा. आप अपने बच्चों का साथ दें और उसे खुश रखने की कोशिश करें. उसकी छोटी-छोटी उपलब्धियों पर उसकी तारीफ करें और इनाम भी दें.
 

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बच्‍चे के फैसले को समझें


अगर आपका बच्‍चा किसी बात को लेकर कोई फैसला लेता है तो आप उस बात को पहले ध्यान से सुनें और समझें. उसके फैसले की कद्र करें. आप उसे ये महसूस कराएं कि आप हर फैसले में उनके साथ हैं. फैसला गलत भी लग रहा हो तो उसे तुरंत न नकारें, इससे बच्‍चे का कॉन्फिडेंस (Confidence) कम हो सकता है.
 

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