Leaves for Diabetes Control: डायबिटीज को साइलेंट किलर (Silent Killer) भी कहा जाता है. इस बीमारी में शरीर अंदर से धीरे-धीरे खोखला होता जाता है. भारत में ये कुछ सालों पहले से तेजी से अपने पैर पसार रही है. आज लगभग हर घर में एक डायबिटीज (Diabetes) का मरीज है. बीमारी की लोकप्रियता देखते हुए इसकी दवा भी काफी सारी निकल चुकी हैं. मगर कई लोगों पर इन दवाइयों का भी कोई असर नहीं होता है. साथ ही कई बार इन दवाइयों के साइड इफेक्टस (Side Effects) भी देखने को मिलते हैं. ऐसे में डायबिटीज जैसी बीमारी का इलाज घर पर भी आसानी से किया जा सकता है. एक्सपर्टस के अनुसार इन 3 पत्तियों को चबाने मात्र से डायबिटीज खत्म हो सकती है.
डायबिटीज में ये 3 पत्तियां हैं रामबाण (These 3 Leaves are beneficial in Diabetes)
1. नीलगिरी के पत्तेइसके सफेद रंग के कारण इसे सफेदा के पत्ते भी कहते है. डायबिटीज वाले मरिजों के लिए नीलगिरी के पत्ते (Eucalyptus Leaves) काफी ज्यादा फायदेमंद हो सकते है. इन पत्तों में खास एंटी-डायबेटिक (Anti Diabetic) गुण होते हैं. इनमें ग्लाइकोसाइड्स, अल्कालॉयड, फ्लेवेनोएड्स, टरपेनोएड्स, केरेटेनोएड्स जैसे कंपाउड पाए जाते हैं जो पैंक्रियाज (Pancreas) के बीटा सेल्स को सक्रिय करते हैं. इन सेल्स के सक्रिय होने से शरीर में इंसुलिन (Insulin) बढ़ने लगता है जिसके बाद ब्लड शुगर तेजी से घटने लगता है. इन पत्तों को सुबह खाली पेट चबाना चाहिए.
डायबिटीज को कम करने के लिए पत्ते चबाना एक तरह से नेचुरोपैथी इलाज है. अंजीर के पत्तों (Fig Leaves) को नियमित रूप से चबाने से ब्लड शुगर तेजी से कम हो सकता है. डायबिटीज के मरीजों को इन पत्तों को सुबह खाली पेट चबाना चाहिए या इन्हें उबालकर इनका चाय बनाकर पीना चाहिए. इनमें विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन के, मैंगनीज, फोलिक एसिड (Folic Acid) जैसी चीजों की प्रचुर मात्रा मिलती हैं. साथ ही इसमें एंटी-डायबिटिक गुण पाए जाते हैं.
भृंगराज जितना बालों के लिए अच्छा होता है उतना ही ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में फायदेमंद होता है. अकसर लोग इसे अपने बालों को मजबूत बनाने के लिए इस्तेमाल करते हैं. लेकिन भृंगराज के पत्तों (Bhringraj Leaves) में भी एंटी-डायबेटिक गुण पाए जाते हैं. इसे भी चबाने से डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है. इसमें हाइपोग्लासेमिक (Hypoglycemic) गुण होते हैं जो ब्लड शुगर को तेजी से कम कर सकता है. इसका भी सेवन चाय के रूप में या खाली पेट चबाकर किया जा सकता है.
(प्रस्तुति-अंकित श्वेताभ)
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.