क्‍या आप भी लगाती हैं आईलैश एक्‍सटेंशन, तो आंखों को हो सकते हैं ये 5 नुकसान

क्‍या आप भी लगाती हैं आईलैश एक्‍सटेंशन, तो आपकी आंखों को हो सकते हैं ये 5 नुकसान

विज्ञापन
Read Time: 24 mins

अच्छी स्किन की तरह, स्वाभाविक रूप से मोटी और लंबी पलके होना आनुवंशिकी हो सकता है. सोने से पहले अरंडी का तेल लगाने जैसे घरेलू उपचार भी इतना ही कर सकते हैं, कि ये इन्‍हें घना बना दें. मोटी और घनी पलकों के लिए आप आईलैशेज हर समय फ्लीक पर अपनी नज़र रखना एक ऐसा कौशल है जिसमें केवल कुछ ही महारत हासिल कर सकते हैं. इसमें मस्कारा भी आपकी पर्याप्त मदद नहीं कर सकता है. इन सबके बीच, फुलर लैशेज के लिए एकमुश्त समाधान पाना स्वाभाविक है. हालाकि, आईलैशेज एक्सटेंशन लगवाना हर किसी के बस की बात नहीं होती है. आप नकली पलके लगवा सकते हैं, पर ये आंखों पर चिपकने लगती हैं. या आप एक पेशेवर द्वारा आईलैशेज एक्सटेंशन लगवा सकते हैं जो आपकी हर नेचुरल लैश पर मैन्युअली लैश लगाता है.

पेश हैं कुछ ऐसे कारण जो आपको ये बताएंगे कि नकली पलकों को लगाना आपके लिए कितना सही है.

1. गंभीर रूप से रेडनेस होना

इस प्रक्रिया में कई कारणों से आंखों पर रेडनेस आ सकती हैं. गलत इक्विपमेंट से लेकर सेंसेटीव आईज होने जैसी चीजों से यह दुष्प्रभाव हो सकता है.

2. खुजली या जलन

आईलैशेज एक्सटेंशन के अन्य दुष्प्रभावों में से एक है आंखों में लगातार जलन होना. यह आईलैशने ग्‍लू के रिसने या खराब गुणवत्ता वाले प्रोडक्‍ट का यूज करने के कारण हो सकता है. ऐसे में आंखों को रगड़ने से लैशेज को डिस्टर्ब करके अंदर के साथ-साथ बाहर से भी समस्या बढ़ सकती है.

Advertisement

3. इंफेक्‍शन होना

कोई भी प्रक्रिया जो शरीर के किसी आंख जैसे संवेदनशील हिस्‍से पर यूज की जाती है जोखिमों से भरी होती है. जिन प्रमुख जोखिमों पर विचार किया जाना है उनमें से एक है आपकी आंखों का संक्रमित होना. चूंकि उपयोग की जाने वाली सामग्रियां बॉडी के लिए अलग हैं, इसलिए पहले से यह जानना संभव नहीं है कि वे प्रत्येक व्यक्ति पर कैसे प्रतिक्रिया देंगी. यदि कोई पेशेवर के पास जाता है, तो वे प्रक्रिया से पहले एक पैच टेस्‍ट का सुझाव देते हैं. इससे इस्तेमाल की गई सामग्री के कारण होने वाले इंफेक्‍शन का पता लगाया जा सकता है.

Advertisement

4. आफ्टरकेयर

आईलैशेज एक्सटेंशन निश्चित रूप से लम्‍बे समय तक रखने के लिए नहीं है. इस प्रक्रिया के बाद भी इनकी बहुत देखभाल की जानी चाहिए ताकि पलकों को उचित आकार में रखा जा सके. आपको अपने सोने की पॉजिशन में अतिरिक्त सतर्क रहना होगा, चेहरा धोते और नहाते समय आपको विशेष सावधानी बरतनी होगी. अगर एक्सटेंशन खुजली या जलन का कारण बनते हैं और उन्हें हटाने के लिए आपको विशेषज्ञ के पास जाना होगा क्योंकि आप उन्हें हटा नहीं सकते हैं या उन्हें स्वयं बाहर नहीं निकाल सकते हैं.

Advertisement

5. नेचुरल पलकों पर असर करना

यदि आप एक्सटेंशन लगवाना चाह रहे हैं, तो संभावना है कि आप अपनी ओरिजिनल पलकों के साथ नॉर्मल फील न करें. इस प्रक्रिया के दौरान, एक्सटेंशन को जड़ से दूर, आपकी नेचुरल पलकों पर लगाया जाता है. तो, एक्सटेंशन का पूरा भार आपकी अपनी पलकों पर पड़ता है. यह वजन पलकों के टूटने का कारण बन सकता है और इस प्रकार आपकी नेचुरल पलकों को नुकसान हो सकता है.

Advertisement

इसलिए, आईलैशेज एक्‍सटेंशन के लिए अपनी अगली सैलून बुकिंग से पहले इन खामियों पर विचार जरूर करें.

Featured Video Of The Day
India Attacks Pakistan: ऑपरेशन सिन्दूर...आतंक का किला चकनाचूर | X- RAY Report With Manogya Loiwal