Baby's Health: बच्चों के दांत अलग-अलग उम्र में निकलते हैं लेकिन आमतौर पर 6 महीने का होने के बाद ही बच्चे के दांत निकलने का प्रोसेस शुरू हो जाता है. बच्चों के दांत निकलने शुरू होते हैं तो मसूड़ों में सूजन (Gum Swelling) आने लगती है, दर्द होता है और बच्चों में चिड़चिड़ापन भी देखने को मिलता है. इस टीथिंग के दौरान बच्चे किसी भी चीज को मुंह में डालना शुरू कर देते हैं. कभी बच्चे अपना ही हाथ बार-बार मुंह में रखते हैं तो कभी जो खिलौना या सामान आस-पास दिखता है उसे मुंह में डालना शुरू कर देते हैं. दांत निकलने (Teething) पर मसूड़ों में कई-कई दिन तक सूजन भी रहती है. ऐसे में बच्चों के डॉक्टर यानी पीडियाट्रिशियन डॉ. पवन मांडविया बता रहे हैं कि किस तरह बच्चों के मसूड़ों की इस सूजन को दूर किया जा सकता है. यह छोटी सी टिप बेहद कारगर साबित हो सकती है.
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बच्चे के दांत निकलने लगें और सूजन हो तो क्या करें
डॉक्टर मांडविया का कहना है कि 3 से 5 महीने के बच्चे के जब दांत निकलना शुरू होते हैं और उसके मसूड़ों में सूजन और दर्द रहता है तो माएं एक छोटी सी टिप आजमा सकती हैं. बस इतना करना है कि किसी साफ कपड़े को लेकर उसे ब्रेस्ट मिल्क यानी मां के दूध में डुबाएं और उसे किसी प्लास्टिक बैग में डालकर फ्रीजर में रख दें. जब कपड़ा फ्रीज हो जाए तो इसे बच्चे को दें. बच्चा इस कपड़े को चबाने लगेगा जिससे उसके मुंह में यह ठंडा कपड़ा लगेगा और उसे सूजन और दर्द से आराम मिलेगा.
बच्चों के डॉक्टर की पैरेंट्स को सलाह है कि बच्चे को दांत निकलने के प्रोसेस के दौरान टीथर या निप्पल्स वगैरह उसे ना दें. इन चीजों के इस्तेमाल के लिए डॉक्टर सख्त मना कर रहे हैं.
बच्चे के जब दांत निकल रहे हैं तो साफ उंगली से बच्चे के मसूड़ों की हल्की मालिश की जा सकती है. अगर बच्चा थोड़ा बड़ा है और उसे सॉलिड फूड्स दिए जाने लगे हैं तो उसे ऐसी खाने की चीजें दी जा सकती हैं जो थोड़ी सी हार्ड हों लेकिन बच्चे के दांतों को उनसे नुकसान ना हो. इस बात का भी ध्यान रखें कि जब बच्चे की लार गिर रही हो तो उसे साफ कर दें. बहुत देर तक मुंह के आस-पास लार लगे रहने से बच्चे की स्किन इरिटेटेड हो सकती है.