surya namaskar asanas : आधुनिक जीवनशैली पहले के मुकाबले काफी फास्ट है और हर कोई अपनी जरूरतों को पूरा करने में लगा हुआ है. इस भागदौड़ में हर व्यक्ति किसी न किसी चीज के पीछे भागता हुआ नजर आ रहा है. इन सबके बीच वक्त किसी के पास नहीं हैं खासतौर पर अपनी सेहत पर ध्यान देने का. ऐसे में योग आपकी सेहत का ख्याल रखने के लिए एक अच्छा विकल्प है. आज हम आपको एक ऐसे योगासन के बारे में बताएंगे जिससे एक आसन में ही आपको 12 आसन के फायदे मिलते हैं.
सूर्य नमस्कार में छिपे हैं 12 आसन
सूर्य नमस्कार आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए बेहद फायदेमंद है और इस खास आसन की सबसे बड़ी खूबी है कि इसमें आपको कई आसनों का फायदा मिलता है. सूर्य नमस्कार करने से शरीर में ऑक्सीजन फ्लो बेहतर होता है और रक्त प्रवाह यानी ब्लड फ्लो भी अच्छा रहता है और इतना ही नहीं यह आसन वजन कम करने में भी आपकी मदद करता है.
सूर्य नमस्कार की 12 मुद्राएं
- प्रणाम मुद्रा
- हस्त उत्तानासन
- पाद हस्तासन या पश्चिमोत्तनासन
- अश्व संचालन आसन
- पर्वतासन
- अष्टांग नमस्कार
- भुजंगासन
- पर्वतासन
- अश्व संचालन आसन
- हस्तासन
- हस्त उत्तानासन
- प्रणाम मुद्रा
कब और कैसे करना चाहिए सूर्य नमस्कार
12 मुद्राओं वाले सूर्य नमस्कार सुबह खाली पेट करना चाहिए और शुरुआती दौर में 4 से 5 बार ही इसे करें. इसके बाद धीरे धीरे बढ़ाकर 10 से 12 बार करने की कोशिश करें. किसी सॉफ्ट, अधिक गद्देदार बिस्तर या मैट पर इस आसन को नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपकी रीढ़ की हड्डी पर अधिक दबाव पड़ता है और इसके अलावा गर्भवती महिलाओं, स्लिप डिस्क और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी इस आसन को करने से बचना चाहिए.