High Blood Sugar Symptoms: डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जो इन दिनों घर घर में देखने को मिल रही है. ये एक सामान्य मेडिकल कंडीशन है जिसे ब्लड शुगर लेवल (Blood Sugar Level) को मैनेज कर और रेग्युलर मॉनिटर कर कंट्रोल में किया जा सकता है. डायबिटीज को गंभीर और लाइलाज बीमारी माना जाता है जो मुख्य रूप से खराब लाइफस्टाइल (Lifestyle) और खराब खानपान की वजह से होती है. ये तब होता है जब शरीर में इंसुलिन का पर्याप्त उत्पादन नहीं हो पाता. हालांकि इसके लक्षण (Diabetes Symptoms) काफी सामान्य से होते हैं और इस वजह से इसे शुरुआती दौर में पहचान पाना काफी मुश्किल होता है. जबकि अधिक दिनों तक अगर इसे नजर अंदाज कर दिया जाए तो ये जानलेवा भी बन सकती है. इसके लक्षण रात के वक्त अधिक आसानी से दिखते हैं जो आमतौर पर काफी सामान्य माने जाते हैं.
रात में नजर आने वाले डायबिटीज के लक्षण | Diabetes symptoms at night
बार बार पेशाब आना
दरअसल डायबिटीज होने पर ब्लड में ग्लूकोज की मात्रा काफी अधिक हो जाती है और इस वजह से किडनी इसे पेशाब की मदद से बार बार फ्लश करने लगती है. ऐसा करने पर अक्सर लोगों को रात के वक्त 5 से 6 बार पेशाब के लिए उठना पड़ता है. यह लक्षण बताता है कि आपके ब्लड में ग्लूकोज लेवल कंट्रोल में नहीं है.
कई बार रात में सोते वक्त पंखा चलाने के बावजूद भी पसीना आने लगता है और ऐसी समस्या लगभग रोज होने लगती है. अगर कुछ दिनों से आप भी ऐसी समस्या से दो-चार हो रहे हैं तो एक बार आप अपने ग्लूकोज लेवल का जरूर टेस्ट कराएं. यह भी डायबिटीज का एक लक्षण है.
अगर आप रात में सोते वक्त एकाएक बैचैनी महसूस करते हैं या लेटने में असहजता महसूस होती है या एकाएक धड़कन तेज हो जाती है तो यह आपके ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने या घटने का लक्षण हो सकता है. ऐसे में इस लक्षण को नजर अंदाज ना करें और तुरंत डॉक्टर के पास जाएं.
अगर आपको रात के वक्त ड्राई माउथ की समस्या हो रही है, अत्यधिक प्यास लगती है, डिहाइड्रेशन महसूस होता है और पानी पीने के लिए आप बार बार रात के वक्त उठते हैं तो यह भी मधुमेह का लक्षण हो सकता है.
अगर रात के वक्त आपके पैरों में दर्द होता है या हाथ-पैर सुन्न हो जाते हैं तो इसे सामान्य बात समझकर नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है. यह लक्षण ब्लड शुगर लेवल अनियंत्रित होने पर भी दिखता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.