Skin Care Tips: बरसात (Monsoon) के मौसम में स्किन की डीप क्लीनिंग बहुत ज्यादा जरूरी होती है. इससे स्किन पोर्स बंद नहीं होते हैं और ऑयल प्रोडक्शन भी कम होता है. अगर स्किन में ऑयल प्रोडक्शन (Skin oil) कम होता है, तो इससे पिंपल्स मुंहासे नहीं होते हैं और उसके बाद दाग धब्बे भी नहीं पड़ते हैं. ऐसे में बारिश के दौरान आप मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल जरूर करें, क्योंकि रेगुलर रूप से बरसात के मौसम में मुल्तानी मिट्टी (multani mitti) का इस्तेमाल करने से ऑयल प्रोडक्शन कम होता है, स्किन ऑयली नहीं होती है और पिंपल्स और दाग धब्बे भी नहीं होते हैं.
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इस तरह लगाएं मुल्तानी मिट्टी का फेस पैक
मुल्तानी मिट्टी का फेस पैक लगाने के लिए सबसे पहले अपने चेहरे को अच्छी तरह से धो लें. अब एक चम्मच मुल्तानी मिट्टी में एलोवेरा जेल और नीम का तेल मिलाएं. अगर स्किन बहुत ज्यादा ऑयली है, तो आप गुलाब जल का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. इसका एक पेस्ट बनाएं और अपने चेहरे पर एक अच्छी लेयर लगाएं. 10-15 मिनट बाद जब यह सुख जाए. तो ठंडे पानी से से धो लें. ऐसा करने से स्किन ग्लोइंग होती है और ऑयल प्रोडक्शन भी कम होता है.
रूखी त्वचा के लिए मुल्तानी मिट्टी फेस पैक
अगर आपकी स्किन ड्राई है, तो आप मुल्तानी मिट्टी को दूध और शहद के साथ मिलाएं और पेस्ट को चेहरे पर लगाएं, 15-20 मिनट तक सूखने दें और पानी से धो लें. इससे स्किन हाइड्रेट होती है.
मुल्तानी मिट्टी लगाने के फायदे
मुल्तानी मिट्टी चेहरे के एक्स्ट्रा तेल को सोख लेती है और स्किन को ऑयल फ्री बनाती है. इसके अलावा ये स्किन पोर्स की डीप क्लीनिंग करती है और एक्ने और पिंपल्स को कम करती है, क्योंकि इसमें एंटी बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज पाई जाती है. पिगमेंटेशन और टैनिंग में भी मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल किया जा सकता है. मुल्तानी मिट्टी रेगुलर रूप से लगाने से ब्लड सर्कुलेशन भी बेहतर होता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.