Thyroid Level : थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन (TSH) हमारे शरीर के लिए एक जरूरी हार्मोन माना जाता है.टीएसएच हार्मोन के काम की बात करें तो ये थायराइड ग्लैंड (Thyroid Gland) में थायरोक्सिन (टी 4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (टी 3) नामक हार्मोन का प्रोडक्शन करने में मदद करता है. ये दोनों हार्मोन बॉडी में मेटाबॉलिज्म को मैनेज करने के साथ साथ दिल और डाइजेस्टिव फंक्शन को भी दुरुस्त करते हैं. अक्सर महिलाओं के शरीर में TSH का लेवल कम हो जाता है जिससे हार्मोन्स (Hormones) का संतुलन और मेटाबॉलिज्म का सिस्टम बिगड़ जाता है. ऐसे में थायरॉइड (Thyroid) की परेशानी शरीर के घेर लेती है और इसके कई साइड इफेक्ट होते हैं. चलिए जानते हैं कि अगर शरीर में टीएसएच का स्तर कम हो जाए तो किस तरह के संकेत मिलते हैं.
महिलाओं के शरीर में TSH कम होने के लक्षण (If the level of TSH in the body decreases)
जब शरीर में टीएसएच का स्तर सामान्य से कम होता है तो शरीर में ठंड महसूस होती है और कंपकंपी होने लगती है. कई बार हार्टबीट भी सामान्य से तेज होने लगती है. चिंता और चिड़चिड़ाहट होना टीएसएच कम होने का संकेत है. इसके अलावा मरीज को भूख तो खूब लगती है लेकिन फिर भी उसका वजन कम होने लगता है. इस स्थिति में आंखों की रोशनी कमजोर होने लगती है और आंखें बाहर की ओर आती दिखने लगती है. महिलाओं के पीरियड्स असंतुलित हो जाते हैं, बाल झड़ने लगते हैं और स्किन पतली और नर्म दिखने लगती है. थायराइड ग्लैंड के आकार बढ़ने पर गर्दन पर सूजन दिखने लगती है. टीएसएच कम होने पर मरीज को दस्त की भी दिक्कत होती है.
थायराइड की कमी से क्या होता है
थायराइड का संतुलन बिगड़ने पर शरीर को कई तरह की दिक्कतों का शिकार होना पड़ता है. ऐसे में शरीर में गुड कोलेस्ट्रोल की मात्रा कम होने लगती है और बैड कोलेस्ट्रोल बढ़ने लगता है. इससे मेटाबॉलिज्म खराब होने लगता है. शरीर चिंता औऱ तनाव की गिरफ्त में आ जाता है. दिन भर थकान लगती है और भूख पर भी असर दिखता है. महिलाओं के पीरियड्स पर असर पड़ता है और स्किन भी रूखी और बेजान दिखने लगती है. इस स्थिति में बीपी की समस्या पैदा होता है और हाथ पैर सुन्न होने लगते हैं. थायराइड कम होने पर कभी ज्यादा गर्मी लगती है तो कभी ज्यादा ठंड लगती है.