Home Remedies: काली हल्दी को पीली हल्दी की दूर की रिश्तेदार बहन कहा जा सकता है. पीली हल्दी (Turmeric) के गुणों से तो कोई भी अपरिचित नहीं है, इसे आयुर्वेद (Ayurveda) में भी औषधि के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है और आज भी ये अपने एंटीबैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के लिए जानी जाती है. काली हल्दी (Black Turmeric) भारत के उत्तर-पूर्वी इलाके में पाई जाती है. काली हल्दी भी सेहत के लिए कई रूपों में फायदेमंद है और चेहरे पर भी अच्छा असर दिखाती है.
काली हल्दी के फायदे | Benefits of Black Turmeric
काली हल्दी (Black Haldi ) का इस्तेमाल पेट की गैस को कम करने में भी किया जाता है. ये पेट में होने वाली गड़बड़ी को कम करती है. इससे पेट के दर्द में भी राहत मिलती है. इसके लिए काली हल्दी के पाउडर को पानी में मिलाकर पिया जाता है.
चोट लग जाने पर काली हल्दी का पेस्ट उसे ठीक भी करता है और घाव को जल्दी भर भी देता है.
जोड़ों का दर्द
पैरों में सूजन और जोड़ों के दर्द में भी काली हल्दी (Kaali Haldi) लगाने पर आराम मिलता है. काली हल्दी का पेस्ट एंटीऑक्सीडेंट और एंटीफंगल गुणों से भरा होता है.
पीरियड क्रेम्स होने या पेट में जकड़न और दर्द महसूस होने पर दूध में काली हल्दी डालकर पीना फायदेमंद होता है.
निखार के लिएपीली हल्दी की तरह ही काली हल्दी भी चेहरे पर निखार लाने का काम करती है. एक चम्मच काली हल्दी में एक चम्मच शहद मिलाकर चेहरे पर लगाने पर इसका असर देखने को मिलता है.
चेहरे पर फोड़े-फुंसी और उनसे पड़ने वाले धब्बों से निजात दिलाने में भी काली हल्दी मदद करती है. काली हल्दी को एलोवेरा जेल में मिलाकर लगाने पर पिंपल्स से जुड़ी दिक्कतें दूर हो जाती हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.