Couple Workout: कोई भी एक्सरसाइज, योग या वर्कआउट वैसे तो अपनी खुद की बॉडी फिट रखने के लिए किया जाता है, लेकिन यदि इसमें आपके लाइफ पार्टनर का साथ मिल जाए तो क्या कहने. इसे सोने पर सुहागा कहा जा सकता है. आपके फिटनेस वर्कआउट रूटीन के वैसे तो कई तरह के फायदे हो सकते हैं, लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि अगर आप अपने हमसफर के साथ मिलकर फिटनेस प्लान को फॉलो कर रहे हैं तो ये बेनिफिट्स कई गुना बढ़ जाते हैं. इसीलिए आजकल कपल फिटनेस (Couple Fitness) या कपल वर्कआउट का महत्व काफी बढ़ गया है. चाहे विराट कोहली और अनुष्का शर्मा हों या बिपाशा बसु और करण सिंह ग्रोवर, कई सेलिब्रिटीज भी कपल वर्कआउट के फायदे देखकर इसे अपना रहे हैं.
फिटनेस के लिए कई लोग जिम जाते हैं, कुछ योग को अपनाते हैं, कुछ स्विमिंग, साइक्लिंग, जॉगिंग या फिर वॉक करना पसंद करते है. आपका तरीका चाहे कोई भी हो फिटनेस के इस सफर में भी अपने हमसफर को अपना पार्टनर बनाएं तो नतीजे काफी बेहतर मिलेंगे.
कपल वर्कआउट के फायदे | Benefits of Couple Workout
आज की भागदौड़ से भरी इस जिंदगी में समय बहुत ही कीमती चीज है. ऐसे में एक-दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड करना बहुत जरूरी है. मॉर्निंग या इवनिंग वर्कआउट (Evening Workout) साथ करने का फायदा ये होगा कि आप एक-दूसरे के साथ समय बिता सकेंगे. चाहे आप साथ में योग कर रहे हों या फिर कोई दूसरी एक्सरसाइज, साथ समय बिताने से फिजिकल फिटनेस के साथ आपके रिश्तों की छोटी-मोटी उलझनें कब दूर हो जाएंगी आपको पता भी नहीं चलेगा.
वर्कआउट के समय आपको डिस्टर्ब करने वाला भी कोई नहीं होगा. रोजमर्रा की मामूली समझी जाने वाली बातें भी जब आप अपने पार्टनर (Partner) के साथ शेयर करेंगे तो अलग ही सुकून महसूस होगा. वर्कआउट के दौरान जब आप एक-दूसरे का हाथ थामेंगे तो एंजाइटी और तनाव अपने आप ही कम होने लगेगा.
कई योगासन और एक्सरसाइज ऐसी होती हैं जिनमें स्ट्रेचिंग के लिए आपको अपने पार्टनर की जरूरत पड़ती है. जीवनसाथी का ये स्पर्श वाकई में काफी स्पेशल होता है. एक-दूसरे को फिट रखने के प्रयास में दोनों एक-दूसरे की जिस प्रकार से मदद करेंगे उससे भावनात्मक रिश्ता यानी की इमोशनल बॉन्डिंग भी मजबूत होगी.
एक ही घर में एक ही छत के नीचे रहते हुए भी आप अपने पार्टनर के बारे में इतना नहीं जानते होंगे जितना आप साथ एक्सरसाइज करने से जान सकेंगे. योग के कई आसन या स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज ऐसी क्रिया है जिसे करने से आप अपने साथी की स्ट्रैंथ और परेशानियों को भी बेहतर ढंग से समझ सकेंगे. इससे न केवल एक्सरसाइज के दौरान बल्कि उसके बाद भी आपको अपने साथी की परेशानी समझने में आसानी होगी.