Parenting Tips: माता-पिता के लिए अपने बच्चों को अनुशासन में रखने का काम काफी चुनौतीपूर्ण होता है. जैसे-जैसे आपका बच्चा बड़ा होगा, उसके नखरे और मांगें भी बढ़ती जाएंगी. ऐसे में कई माता-पिता अपने बच्चे को अनुशासित करने के लिए उसे पीटते और डांटते है. लेकिन, हम में से ज्यादातर लोगों को इस बात का एहसास नहीं है कि अनुशासन की आड़ में बच्चों को आक्रामक तरीके से पीटना, डांटना उनके मासूम मन पर बहुत बुरा प्रभाव डाल सकता है. इससे बच्चे माता-पिता से दूरी बना सकते हैं और बच्चे विद्रोही और गुस्सैल भी बन सकते है. आइए जानें इसके और क्या-क्या नकारात्मक प्रभाव बच्चों पर पड़ते हैं.
बच्चे की पिटाई करने के नेगेटिव प्रभाव | Negative Effects of Beating a Child
यदि आप अपने बच्चे को मारकर या उस पर चिल्लाकर अनुशासित करते हैं तो इससे आपके बच्चे को एक तरह का लाइसेंस मिल जाता है. उसे लग सकता है कि अगर आसपास के लोगों ने कोई गलती की है तो वो उसकी पिटाई कर सकता है. छोटी-छोटी गलतियों के लिए अपने बच्चे को पीटने से उसके अंदर डर की भावना पैदा हो सकती है और उसे लग सकता है कि अपने से छोटे लोगों को मारना ठीक है.
आमतौर पर लोग सोचते हैं कि पिटाई के डर से बच्चा अनुशासित रहेगा, लेकिन ऐसा होता नहीं है. पिटाई की वजह से उसके आत्मसम्मान और आत्मविश्वास (confidence) पर असर हो सकता है. जितना अधिक आप उसे मारेंगे, उतना ही वह गलतियां करेगा.
बच्चे को छोटी-छोटी गलती पर पीटने से वो गुस्सैल (Angry) बन सकता है. यह बात सही है कि यदि आपका बच्चा कुछ गलत करता है तो आपको गुस्सा आएगा, लेकिन अगर आप उसे छोटी-छोटी बातों के लिए पीटेंगे, तो आप अपने बच्चे में भी गुस्से के बीज बोएंगे. आपके बच्चे में बड़े होने के दौरान इमोशनल इश्यू डेवलप हो सकते हैं.
अपने बच्चों को मारने वाले माता-पिता को अक्सर इस बात का एहसास नहीं होता है कि उन्हें मारकर वे बच्चों को खुद से दूर कर रहे हैं. यदि आप अपने बच्चे को बार-बार मारते हैं, तो वह एक या दो बार डर जाएगा, लेकिन एक पॉइंट के बाद वह विद्रोही बन सकता है. उसे पता चल जाएगा कि आप जो सबसे बुरा करेंगे वह पिटाई होगी, इसलिए वह आपकी बातों को न सुनकर जैसा वह चाहता है वैसा ही करने लगेगा.
बच्चे को पीटना उसे भावनात्मक रूप से भी आहत करता है. यदि आप लगातार अपने बच्चे को मारते हैं और उसे अक्सर कहते हैं कि वह गलत है या बुरा, तो वह सोचेगा कि वह एक अच्छा इंसान नहीं है. बड़े होने पर भी उसके साथ ये भावना जुड़ी रहेगी और उसके मन में अपने लिए कोई सम्मान नहीं होगा. 'बुरे' बच्चे वाली छवि लंबे समय तक उसे परेशान कर सकती है.