Premanand maharaj tips: हिंदू धर्म में ब्रह्म मुहूर्त को बहुत अच्छा माना जाता है. क्योंकि भोर के समय वातावरण शांत होता है, हवा शुद्ध होती है , ऐसे में उठना और दिन की शुरूआत करना आपकी मानसिक और शारीरिक सेहत के लिए फायदेमंद है. इसके बारे में हाल ही में वृंदावन के प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज ने अपने एक सत्संग के दौरान कही. यह वीडियो सोशल मीडिया पर इन दोनों काफी चर्चा में हैं. ऐसे में आइए जानते हैं संत प्रेमानंद जी द्वारा बताए ब्रह्म मुहूर्त में उठने के 5 फायदे...
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ब्रह्म मुहूर्त में जगने के फायदे
शरीर पूरा दिन रहता है तरोताजाब्रह्म मुहूर्त में जागने से शरीर और मस्तिष्क को ताजगी मिलती है. इस समय हवा शुद्ध होती और प्राण ऊर्जा से भरपूर होती है, जिससे आप पूरे दिन तरोताजा महसूस करते हैं.
अनुशासित होते हैंब्रह्म मुहूर्त में जागने से दिन की शुरुआत अच्छी होती है. यह समय जीवन में अनुशासन और समय प्रबंधन की आदत को विकसित करने में मदद करता है. यह आपको व्यवस्थित रखता है.
आपको सुबह में उठने से योग और मेडिटेशन के लिए अच्छा समय मिल जाता है. इससे आप रचनात्मक होते हैं. साथ ही ब्रह्म मुहूर्त में उठने से आपके पास समय अच्छा खासा बच जाता है जिससे आप अपनी रुचि के कामों में लगा सकते हैं.
शरीर के अंगों को मिलता है आरामब्रह्म मुहूर्त में उठने से शरीर की प्राकृतिक रचनाओं को समर्थन मिलता है. यह समय शरीर की अंगों को शांत करने और उन्हें ऊर्जा देने के लिए सर्वोत्तम होता है.
इम्यूनिटी और पाचन होता है बेहतर
इसके अलावा, अगर आप इस समय हल्के योग, प्राणायाम और ताजे फल या पानी का सेवन करते हैं, तो यह आपकी इम्यूनिटी और पाचन को भी बेहतर बनाता है.
अब से आप भी ब्रह्म मुहूर्त में उठकर इन 5 फायदों को प्राप्त कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.