Parenting Tips: बच्चा बड़े होते-होते किस तरह का इंसान बनता है इसकी जिम्मेदारी कई हद तक माता-पिता की होती है. बच्चों पर पढ़ाई का या छोटी उम्र से ही कई तरह के कामों का बोझ डाल देना उन्हें चीजों से डराने लगता है. वे पढ़ाई से ही नहीं बल्कि किसी भी तरह के कामों से जी चुराने लगते हैं. पैरेंट्स (Parents) के लिए जरूरी है कि वे बच्चे की परवरिश (Parenting) करते हुए कुछ बातों का खास ख्याल रखें जिससे ना चाहते हुए भी वे उनमें आलस के गुण ना डाल दें या उनके असल टैलेंट को ना दबा दें.
बच्चे को बनाएं मेहनती और समझदार | Make Your Child Hardworking And Smart
काम को बनाएं मजेदार
जिन चीजों में बच्चों को मजा आता है वे उन्हीं चीजों की तरफ भागते हैं. किसी काम का मजेदार होने का मतलब यह नहीं है कि उसमें हंसी-ठिठोली हो बल्कि मजेदार होने का मतलब है कि बच्चा नई चीजों में रुचि (Interest) ले. अगर स्कूल की किताबों से उसे कुछ समझ नहीं आ रहा है तो आप उस विषय की वीडियो और फोटो दिखा कर उसकी रुचि बड़ा सकते हैं. आप उसके पढ़ाई के सब्जेक्ट से रिलेटेड कोई किस्सा उसे सुना सकते हैं. बचपन से ही हल्के-फुल्के कामों में उसकी मदद लें जिससे बड़े होते-होते कमरे की सफाई के लिए आपको उसे बार-बार ना कहते रहना पड़े.
कई बार माता-पिता बच्चों में जाने-अनजाने डर पैदा करने लगते हैं. सो जाओ नहीं तो भूत आ जाएगा, खाना खा लो नहीं तो शेर आकर खा जाएगा, इस तरह की बिना सिर-पैर की बातें कर आप अपने बच्चे की लॉजिकल थिंकिंग (Logical Thinking) को ढक्कर उसके मस्तिष्क में इललॉजिल बातें भर रहे हैं ऐसा ना करें.
जब माता-पिता को किसी बात की जानकारी नहीं होती और वे बच्चे के सवालों का जवाब नहीं दे पाते हैं तो उसे गलत या फिर अधूरी जानकारी दे देते हैं. इससे बच्चों के मानसिक विकास पर तो असर पड़ेगा ही साथ ही स्कूल (School) में जब उसे गलत ठहराया जाएगा तो उसके आत्मविश्वास (Confidence) पर असर पड़ेगा.
बच्चा उस काम में जीतोड़ मेहनत करता है जो काम उसे अच्छे लगते हैं और जिनमें उसका मन लगता है. उसे जिस खेल का या एक्टविटी का शौक है अगर आप उसे वही सिखाएंगे तो उसकी कलात्मक (Creative) शक्ति भी बड़ेगी और वह अपनी एक अलग पहचान बनाने में कामयाब भी होगा.