Parenting Mistakes: बच्चों की परवरिश में न करें ये गलतियां, बच्चे बन सकते हैं जिद्दी

Parenting Mistakes: बच्चे की परवरिश में जरा सी भी चूक माता-पिता पर बहुत भारी पड़ जाती है. ना सिर्फ बच्चे जिद्दी हो जाते हैं बल्कि बुरी आदतें भी पाल लेते हैं. आप अपने बच्चे की परवरिश में भूलकर भी ये गलतियां ना करें.

Parenting Mistakes: बच्चों की परवरिश में न करें ये गलतियां, बच्चे बन सकते हैं जिद्दी

Parenting Tips: बच्चा जिद्दी ना बन जाए इसलिए ध्यान में रखें ये टिप्स.

खास बातें

  • माता-पिता की परवरिश ही बच्चे के व्यवहार का सबसे बड़ा कारण होती है.
  • जिद्दी बच्चे अक्सर गुस्सैल भी होते हैं.
  • परवरिश में हुई गलतियां बच्चे को जिद्दी बना देती हैं.

Parenting Tips: कई बार हमें एहसास भी नहीं होता और हम ऐसी गलतियां कर जाते हैं जो हमारे बच्चे के गलत व्यवहार की वजह बन जाती हैं. अक्सर माता-पिता (Parents) इस बात को समझ नहीं पाते लेकिन परवरिश में हुई गलतियों की वजह से ही बच्चे हद से ज्यादा जिद्दी बन जाते हैं. माता-पिता को बच्चों को प्यार के साथ अनुशासन भी सिखाने की जरूरत है. बच्चों को हर परिस्थिति के लिए तैयार करें, उनके वैचारिक और मानसिक विकास का पर भी ध्यान दें. इसलिए, परवरिश में निम्नलिखित गलतियां करने से बचना चाहिए. 

परवरिश में होने वाली सामान्य गलतियां | Common Parenting Mistakes 

काम में बिजी रहना


कई बार माता-पिता अपने काम में इतने ज्यादा बिजी हो जाते हैं कि बच्चे के लिए समय ही नहीं निकाल पाते. इस समय की भरपाई के लिए वो बच्चे पर जरूरत से ज्यादा पैसे खर्च कर फिजूल की चीजें ले आते हैं. बच्चे को भी लगने लगता है कि अपनी बात मनवाने के लिए वह जिद्द करेगा और मम्मी-पापा काम पर जाने के लिए उसकी हर जिद्द मान लेंगे.

कोई काम न देना


आमतौर पर पेरेंट्स जो सबसे आम गलती करते हैं वो है बच्चों को कोई काम या जिम्मेदारी न देना. आप अपने बच्चों को घर के काम सिखाएं, उन्हें जिम्मेदारियां भी दें, जैसे अपना कमरा साफ करना, बिस्तर लगाना और खिलौने उठाकर जगह पर रखना आदि.

हर बार गिफ्ट नहीं होता समाधान


आप बच्चों को सही वक्त पर ना बोलना सीखें और उन्हें भी सिखाएं कि कैसे ना को स्वीकार करना है. बच्चे (Children) थोड़ा नखरे करते हैं या गुस्सा (Angry) हो जाते हैं तो उन्हें मनाने के लिए माता-पिता गिफ्ट लाते हैं. ऐसा हर बार करना ठीक नहीं है. बच्चों को ये एहसास होने लगता है कि अगर वे पब्लिक प्लेस पर रोते-चिल्लाते हैं तो उन्हें उनकी पसंद की चीजें मिल जाएंगी और वो हर बार जिद्द करने लगते हैं.

बच्चों के दोस्त बनें लेकिन रखें अनुशासन


बच्चों को समझने के लिए उनका करीबी यानी दोस्त बनना जरूरी है. हालांकि इस बात का ध्यान भी उन्हें दिलाते रहें कि आप उनके माता-पिता हैं और उन्हें आपका सम्मान करना चाहिए, उन्हें हर बड़े का सम्मान करना चाहिए. शुरू से ही ध्यान देने से बाद में परेशानी नहीं होगी.
 

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