ये एक पत्ती करेगी गर्मी में होने वाली हर समस्या का इलाज, एक्सपर्ट से जानें इस्तेमाल का सही तरीका!

Benefits of Neem : आप भी इस तरह की समस्याओं का सामना करते हैं तो आयुर्वेदिक प्रैक्टिशनर डॉ मिहिर खत्री (Dr Mihir Khatri) इसके लिए बेहद आसान समाधान लेकर आए हैं. डॉ खत्री ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से वीडियो शेयर कर बेहद कारगर नुस्खा बताया है.

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Neem ki patti ke fayde : आयुर्वेदिक प्रैक्टिशनर डॉ. मिहिर खत्री (Dr Mihir Khatri) इसके लिए बेहद आसान समाधान लेकर आए हैं.

Benefits Of Neem For Health  : गर्मी के दिनों में अक्सर लोगों को हाइपर एसिडिटी, शरीर में जलन, त्वचा पर चकत्ते यानी रैशेज और फोड़े-फुंसी की समस्या होती है. साथ ही हीट स्ट्रोक (Heat stroke) का खतरा भी बना रहता है. इस मौसम में पित्त (pitta ) की समस्या भी अक्सर लोगों को होती है. आप भी इस तरह की समस्याओं का सामना करते हैं तो आयुर्वेदिक प्रैक्टिशनर डॉ मिहिर खत्री (Dr Mihir Khatri) इसके लिए बेहद आसान समाधान लेकर आए हैं. डॉ खत्री ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से वीडियो शेयर कर बेहद कारगर नुस्खा बताया है.

डॉ मिहिर खत्री ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर ये वीडियो शेयर करते हुए बताया कि जिन लोगों को गर्मी के दिनों में हाइपर एसिडिटी, शरीर में जलन, त्वचा पर चकत्ते यानी रैशेज फोड़े-फुंसी और पित्त की समस्या रहती हैं, उन्हें चैत्र मास में ये प्रयोग करना चाहिए. डॉ खत्री ने नीम के अहमियत को बताते हुए, इसके इस्तेमाल के तरीके के बारे में भी बताया.

ब्लड प्यूरीफायर पित्त शमन प्रयोग
डॉ खत्री ने बताया कि नीम के पेड़ पर इस समय ताजी पत्तियां और फूल आ रहे हैं. ब्लड प्यूरीफायर पित्त शमन प्रयोग के लिए सुबह के वक्त नीम के ताजे फूल या पत्तियों का 5-10 मि.ली रस का सेवन करें और इसके आधे घंटे तक कुछ भी न लें. 

नीम के फायदे

  • नीम के पत्तियों के गुण एंटीसेप्टिक, रोगाणुरोधी, हीलिंग, कूलिंग, एंटी इचिंग है.
  • कड़वे स्वाद के कारण यह अति अम्लपित्त, कृमि का नाश करने वाला, लिवर की क्रिया को सुधारने वाला, ब्लड को प्यूरिफाई करने वाला होता है.
  • ये मलेरिया से भी बचाता है.
  • नए पत्ते और फूल नेत्र विकारों के लिए भी अच्छे होते हैं.

इस तरह करें इस्तेमाल

पीने के लिए

फूल और पानी मिलाकर रस बना लें या ताजी 5-7 नई पत्तियों का रस 5-10 मिली बना लें, थोड़ा पानी मिलाएं और इसे पी लें.

बाहरी इस्तेमाल के लिए

  • खुजली या त्वचा के किसी भी रोग में नीम के पत्तों को पानी में उबालकर स्नान करने से लाभ होता है.
  • इसके अलावा फोड़े-फुंसी पर इसका पेस्ट लगाने से राहत मिलती है.
  • नीम की छाल का लेप मुंहासों पर लगाने से लाभ होता है.
  • नींबोली के बीजों का लेप जुओं में उपयोगी होता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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