Neem leaves : नीम को 'गांव की फार्मेसी' भी कहा जाता है, नीम एक ऐसा औषधीय पौधा है, जिसकी पत्तियां, फूल, बीज, फल, जड़ें और यहां तक की छाल सभी कुछ बहुत उपयोगी हैं. सदियों पुरानी पांडुलिपियों में नीम की पत्तियों के कुछ ऐतिहासिक प्रमाण भी हैं. इसके फूलों का उपयोग पित्त नली संबंधी समस्याओं के इलाज में, पत्तियों का अल्सर के लिए और छाल का उपयोग मस्तिष्क की बीमारियों के इलाज के लिए किया जाता रहा है. आपको बता दें कि, नीम में एंटीऑक्सीडेंट, रोगाणुरोधी, एंटीपैरासिटिक, सूजन-रोधी और घाव भरने वाले गुण होते हैं. ऐसे में इस लेख में हम आपको इसके लाभ उठाने के लिए किन तरीके से सेवन कर सकते हैं, उसके बारे में बताएंगे.
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नीम की पत्ती कैसे करें सेवन
1- इम्यूनिटी बूस्ट करने के लिए आप नीम की पत्तियों को सुबह बासी में चबा सकते हैं. इससे आपके शरीर में जमे टॉक्सिन मल त्याग करते समय आसानी से बाहर आ जाएंगे.
2- इसके अलावा आप नीम की पत्ती का पानी भी पी सकते हैं,यह तरीका भी आपकी हेल्थ के लिए कारगर साबित हो सकता है. इससे आपका इम्यून बूस्ट होगा. आपको बता दें कि नीम की पत्तियों का पानी पीने से खून साफ होता है. यह पत्ती आपकी स्किन और बाल की सेहत के लिए भी बहुत अच्छी होती है.
3- वहीं, नीम की पत्ती मतली और उल्टी से राहत दिलाती है. यह यूटीआई इंफेक्शन और पेट के कीड़ों को जड़ से खत्म करने में मदद करती है. यह सूजन को भी कम करने का काम करती है. यह एक नेचुरल डिटॉक्सिफायर है, पित्त को बैलेंस करता है, वात बढ़ाता है और आंखों के लिए अच्छा होता है.
4- नीम दांतों के लिए भी बहुत लाभकारी है. इसका दातुन करने से आपके दांत मजबूत होते हैं और उनमें कोई इंफेक्शन नहीं होता है, जबकि कान दर्द में नीम का तेल लगाने से बहुत राहत मिलती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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