सावन पर घर पर ही म‍िनटों में बनाएं कस्टमाइज्ड चूड़ियां, पत‍ि वाली फोटो बैंगल्‍स हर साड़ी पर लगेगी खूबसूरत

Customized Bangle Trend: सावन का एक मतलब है सृष्टि का श्रृंगार और एक मतलब है किसी महिला का सजना संवरना. खासतौर से हरी हरी चूड़ियों का क्रेज इस मौसम में चरम पर होता है. लेकिन अब ये क्रेज रंग से आगे बढ़कर कस्टमाइज चूड़ियों तक पहुंच गया है.

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Customized bangles For Sawan 2025 : सावन के लिए कस्‍टमाइज्‍ड चूड़‍ियां.

Customized Bangle Trend: सावन का महीना शुरू होते ही बाजारों में चूड़ियों की बहार आ गई है. खासतौर पर कस्टमाइज्ड चूड़ियों की इस बार जबरदस्त डिमांड देखने को मिल रही है. महिलाएं अब सिर्फ साधारण हरी चूड़ियों (sawan me konsi chudiyan pahne chahiye) तक सीमित नहीं रहीं, बल्कि अब वो ऐसी चूड़ियां खरीद रही हैं, जिन पर उनका नाम, उनके पति का नाम या फिर उनकी फोटो छपी होती है. यही नहीं कई महिलाएं तो इन चूड़ियों पर शिव-पार्वती जैसे धार्मिक प्रतीकों की तस्वीरें भी बनवाने लगी हैं. इस बार बाजार में ‘फोटो फ्रेम चूड़ियां' (Photo Frame Bangle Online) सबसे ज्यादा बिक रही हैं. दुकानों में बड़ी खूबसूरती से सजी इन चूड़ियों को देखने के लिए भीड़ लग रही है. चलिए जानते हैं कैसे तैयार होती हैं कस्टमाइज्ड चूड़ियां

कैसे बनती है कस्टमाइज्ड चूड़ियां?

दरअसल इन चूड़ियों को खास तकनीक से तैयार किया जाता है. पहले ग्राहक से फोटो, नाम या डिजाइन लिया जाता है. फिर उस डिजाइन को सब्लीमेशन प्रिंटिंग मशीन की मदद से एक खास पेपर पर प्रिंट किया जाता है. इसके बाद प्रिंटेड पेपर को चूड़ियों पर चिपकाया जाता है और फिर हीट मशीन से उसे फिक्स कर दिया जाता है. इस पूरी प्रक्रिया में सिर्फ कुछ मिनट लगते हैं.
सबसे खास बात ये है कि अब महिलाएं घर बैठे भी ऑनलाइन ऑर्डर देकर अपनी मनपसंद चूड़ियां बनवा सकती हैं. बस फोटो भेजनी होती है और कुछ ही दिनों में कस्टमाइज्ड चूड़ियां घर पहुंच जाती हैं.

दाम और डिजाइन दोनों खास

इन चूड़ियों की कीमत सामान्य चूड़ियों से थोड़ी ज्यादा होती है. कस्टमाइज्ड चूड़ियों की शुरुआत 500 रुपये से होती है. वहीं, डिजाइन और क्वालिटी के अनुसार इसकी कीमत 6 हजार रुपये तक भी जा सकती है.
इन चूड़ियों में ग्राहकों की पसंद के अनुसार बहुत सारे विकल्प मिलते हैं. कोई सिर्फ नाम लिखवाना चाहता है, तो कोई फोटो भी लगवाता है. कुछ महिलाएं शादी की सालगिरह या किसी खास अवसर पर भी इन्हें बनवाकर पहनती हैं.

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सावन में खास होती है चूड़ियों की अहमियत

सावन का महीना वैसे भी महिलाओं के लिए बेहद खास माना जाता है. इस महीने में हरी चूड़ियों को शुभ और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है. मान्यता है कि हरी चूड़ियां पहनने से शिव-पार्वती का आशीर्वाद मिलता है और घर में खुशहाली आती है.
महिलाएं सावन में सज-धज कर झूला झूलने, गीत-संगीत में शामिल होने और खास मिलन कार्यक्रमों में हिस्सा लेती हैं. ऐसे में कस्टमाइज्ड चूड़ियों ने उनके श्रृंगार को और भी खास बना दिया है.

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ग्राहकों की दीवानगी बढ़ी

  • कई महिलाएं कहती हैं कि पहले तो सिर्फ हरी चूड़ियां पहनते थे, लेकिन अब इस तरह की कस्टमाइज्ड चूड़ियों का ट्रेंड देखकर वो भी इन्हें खरीदने से खुद को रोक नहीं पा रही हैं.
  • इन चूड़ियों की सबसे बड़ी खूबी यह है कि इन्हें पहनने के बाद एक अलग ही शान नजर आती है. किसी के हाथ में उसकी शादी की फोटो वाली चूड़ी हो, तो सबकी नजर वहीं टिक जाती है.
  • सावन के इस पावन महीने में बाजार की रौनक बढ़ा रही ये कस्टमाइज्ड चूड़ियां अब सुहाग, सौंदर्य और यादों का नया मेल बन चुकी हैं. दुकानदारों का कहना है कि इस बार चूड़ियों की बिक्री में पिछले साल की तुलना में दोगुनी बढ़ोतरी हुई है.

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