Cracking knuckles side effects : क्या आप भी सोचते हुए या परेशानी के वक्त अकसर अपनी उंगलियां चटकाने लगते हैं. अगर हां, तो एक बार रूक जाइए और इसके नुकसान या फायदे भी जान लीजिए. वहीं, उम्र दराज के लोगों को इसकी आदत लग जाती है और वह दिन में कई बार अपनी उंगलिया चटकाते हैं. वहीं बच्चे भी हंसी मजाक में अपनी उंगलियां चटकाने लगते हैं.आप भी इस आदत के शिकार हो चुके हैं, तो आपको सावधान होने की जरूरत है. यह आदत आपको बीमार बना सकती है. एक रिसर्च के अनुसार बार बार उंगलियां चटकाने से उंगली के जॉइंट्स कमजोर हो जाते हैं और उंगलियां टेढ़ी होने की संभावना बढ़ जाती है.
हाथों की कमजोरी
बार-बार उंगलियां चटकाने से हाथों की पकड़ कमजोर हो सकती है. यह नसों और मांसपेशियों को भी नुकसान पहुंचा सकता है. बार-बार उंगलियां चटकाने से जोड़ों में सूजन आ सकती है, जिससे दर्द और तकलीफ हो सकती है. कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि यह गठिया (आर्थराइटिस) का खतरा बढ़ा जाता है. जोड़ों में मौजूद तरल पदार्थ (synovial fluid) में गैस के बुलबुले बनते हैं, जो चटकाने पर निकल जाते हैं. उंगलियां बार-बार चटकाने से यह तरल पदार्थ कम हो सकता है, जिससे जोड़ों को नुकसान भी पहुंच सकता है.
जॅाइंट के डिसलोकेट होने का खतरा
एक्सपर्ट्स के मुताबिक अगर आप कभी- कभार उंगलियां चटकाते हैं, तो इससे आपको कोई नुकसान नहीं होगा, लेकिन आप रोजाना ऐसा करते हैं. तो आप के लिए नुकसानदायक है.ऐसा करने से आपके जॉइंट्स के सॅाफ्ट टिश्यू वीक हो जाते हैं और जॅाइंट डिसलोकेट हो जाने का खतरा बना रहता है. लंबे समय तक ऐसा करने से अर्थराइटिस का खतरा बना रहता है. यह आदत बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक होती है क्योंकि उंगलियों की बोन वीक होती हैं.
पीठ और गर्दन को चटकाने में मजा क्यों आता है
आप अक्सर अपनी गर्दन या पीठ चटकाते होंगे क्या आप जानते हैं, जब आप अपनी गर्दन या पीठ को चटकाते हैं तो उसमें एंडोर्फिन्स रिलीज होता है, जो एक नेचुरल पेनकिलर्स है. अक्सर हमें आवाज से ऐसा लगता कि कुछ हुआ है. हालांकि हकीकत में ऐसा कुछ नहीं होता है.