Rules for drinking water: हम सभी के जीवन में पानी का बहुत महत्तव है. शरीर का 70वनाकरलनरकन भाग पानी से ही बना होता है.इसलिए डॉक्टर भी हमेशा पानी पीते रहने की ही सलाह देते हैं. शरीर में अगर पानी का लेवल सही रहेगा तो कई बीमारियां आपसे दूर रहेंगी. महंगी दवाइयों को नियमित रूप से खाने से अच्छा है अगर आप रोज पूरे दिन में 3 से 4 लिटर पानी पीएंगे. ये शरीर को अच्छी तरह से हाइड्रेट रखता है और इम्यूनिटी को बहुत अधिक बूस्ट करता है. पानी पीते समय ध्यान रखें ये जरूरी बातें.
पानी पीने के लिए जरूरी नियम (Guidelines for Drinking Water)
1. बैठकर पानी पीएंआर्युवेद में किसी भी प्रकार की चीज को खड़े होकर पीना गलत माना गया है. खासतौर से पानी को इस अव्सथा में पीने से जोड़ों में दर्द शुरू हो सकता है. बुरे केस में इससे अर्थराइटिस भी हो सकता है.
किसी को भी कभी पानी एक ही घूंट में नहीं पीनी चाहिए. सबसे पहले तो इससे गंले में पानी अटकने की गुंजाइश होती है. दूसरी दिक्कत ब्लोटिंग की हो सकती है. घूंट-घूंट करके पानी पीने से पाचन सही रहता है.
3. ठंडा पानी पीने से बचेगर्मी के दिनों में बाहर से घर आने के बाद सभी को फ्रीज का पानी पीने की तलब लकती हैं. लेकिन ये आपके शरीर के लिए बहुत हानिकारक हो सकता है. आर्युवेद के अनुसार कभी भी पानी रूम टेमप्रेचर वाला ही पीना चाहिए.
आर्युवेद के अनुसार किसी को भी सुबह उठकर सबसे पहले पानी ही पीना चाहिए. इसी उसापन कहा जाता है. ऐसा करने से आपके शरीर से सारी टॉक्सिसीटी बाहर निकल जाती है. साथ ही ये पाचन में भी मदद करता है.
5. कॉपर या चांदी के बर्तन में रखें पानीआप किस बर्तन में पीने के पानी को स्टोर करते हैं और किसमें पीते हैं ये बहुत ज्यादा मायने रखता हैं. कॉपर और चांदी दोनों पौजिटीवली चार्जड मेटल हैं. आयुर्वेद के अनुसार इनमें पानी रखना या इनसे बने ग्लास में पानी पीना शरीर के लिए अच्छा हो सकता है. साथ ही इन मेटल्स के कॉनटैक्ट में रहने वाला पानी एंटी कैंसर प्रोपर्टी से भरपूर होता है.
(प्रस्तुति-अंकित श्वेताभ)
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.