Kanya Pujan 2024: पंचांग के अनुसार, इस साल शारदीय नवरात्रि की अष्टमी और नवमी (Navami) तिथि एक ही दिन पड़ रही है. ऐसे में 11 अक्टूबर के दिन ही घर पर कन्याओं को कंजक (Kanjak) खिलाई जा रही है. माना जाता है कि कन्याएं मां दुर्गा का ही रूप होती हैं और ऐसे में नौ कन्याओं को कंजक खिलाना बेहद शुभ होता है. अगर आप भी घर में कन्याओं को कंजक खिलाने के लिए बुला रहे हैं तो यहां जानिए पूजा की थाली में या कंजक की सामग्री में किन-किन चीजों को जरूर शामिल करना चाहिए.
करने जा रहे हैं कन्यापूजन तो जान लें यह विधि, इस तरह कंजक खिलाने पर पूरी होती है पूजा
कन्यापूजन की सामग्री | Kanya Pujan Samagri
कन्यापूजन की सामग्री में 7 चीजें जरूर शामिल करनी चाहिए. ये चीजें हैं कुमकुम, घी का दीपक, अक्षत, साफ जल, रोली, नारियल, आसन. इन चीजों के अलावा कन्याओं के पैर पोंछने के लिए तौलिया, माला और फूल भी सामग्री में शामिल किए जा सकते हैं.
कन्याओं को प्रसाद (Prasad) की जो थाली परोसी जाती है उसमें हलवा, पूड़ी, काले चने, नारियल और शगुन के तौर पर रुपए या कोई उपहार जरूर रखना चाहिए. इससे कंजक संपन्न मानी जाती है.
कन्यापूजन करने के लिए पहले मां दुर्गा (Ma Druga) की पूजा की जाती है और भोग लगाया जाता है. कन्याओं को जो प्रसाद परोसना है उसे भी भोग के तौर पर माता के समक्ष रखें. इसके बाद कन्याओं को घर बुलाएं और उनके पांव धोएं. अब पैर पोंछकर बच्चियों को आसन पर बिठाएं. नौ कन्याओं के साथ लंगूर के तौर पर एक लड़के को भी बुलाया जाता है. इसके बाद कन्यापूजन शुरू करें. कन्याओं की कलाई पर रोली बांधें, माथे पर तिलक लगाएं, अक्षत लगाएं और फिर प्रसाद को उनके समक्ष परोसें. जब कन्याएं प्रसाद खा लें तो उनके चरण छूकर माता का जयकारा लगाएं और विदा करें.
कन्यापूजन करने के दौरान या कन्यापूजन से पहले निम्न मंत्र का उच्चारण किया जा सकता है.
या देवी सर्वभूतेषु ‘कन्या ‘ रूपेण संस्थिता ।
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ।।
ॐ श्री दुं दुर्गायै नमः ।।ॐ श्री कुमार्यै नमः ।।
ॐ श्री त्रिगुणात्मिकायै नमः ।।
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)