Ear pain cause and remedy : कान का दर्द (ओटाल्जिया) आमतौर पर बच्चों में होता है, लेकिन यह वयस्कों में भी हो सकता है. कान के अंदर शुरू होने वाले दर्द को प्राइमरी ओटाल्जिया के रूप में जाना जाता है, जबकि कान के बाहर होने वाले दर्द को सेकेंडरी ओटाल्जिया या रेफर्ड ओटाल्जिया के रूप में जाना जाता है. कान का दर्द धीरे-धीरे या अचानक शुरू हो सकता है. इसमें तेज दर्द या जलन महसूस हो सकती है. यह कुछ समय के लिए या लंबे समय तक बना रह सकता है. आमतौर पर, दर्द केवल एक कान में होता है, लेकिन कभी-कभी यह दोनों कानों में भी हो सकता है. यहां तक कि कई बार बिना शोर के कानों में अजीब सी आवाज सुनाई देती है, जबकि आसा पास शांति होती है. अगर आपको कान से जुड़ी ये परेशानियां महसूस हो रही हैं, तो फिर आपको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. क्योंकि यह किसी बड़ी बीमारी का संकेत हो सकती है. ऐसे में चलिए जानते हैं, आर्टिकल में कान दर्द के कारण, लक्षण और उपाय के बारे में.
कान में आवाज गूंजना - ringing sound in the ear
अगर आपके कान में बिना शोर के अजीब सी आवाज महसूस होती है, तो फिर यह टिनिटस का शुरूआती लक्षण हो सकता है. इसमें कान में तेज या धीरे से घंटी बजती है, जिसके कारण सिर दर्द भी हो सकता है, जिसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यह आपके कानों को डैमेज कर सकता है.
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क्यों होती है टिनिटस की बीमारी - Why does tinnitus occur?
इसके अलावा कान में इंफेक्शन होना, पस पड़ना, गंभीर चोट, पर्दे में छेद होने के कारण हो सकता है.
टिनिटस क्या है उपाय - What is tinnitus remedy
आपको बता दें कि कान से जुड़ी इस बीमारी से बचने के लिए आपको अपने कान की प्रॉपर सफाई करनी चाहिए. साथ ही बहुत ज्यादा ईयरबड्स के इस्तेमाल से बचना चाहिए.
कान बजने के अन्य कारण - What is the remedy for tinnitus?
वहीं, कान बजने के कुछ और कारण भी हो सकते हैं. इसमें हाई ब्लड प्रेशर, थायराइड का बढ़ना, डायबिटीज, एनीमिया भी हो सकती है.
कान दर्द के साथ होने वाले लक्षणों में शामिल हैं:
बुखार
कान से पानी बहना
सुनने में कमी
सिरदर्द
चबाने में कठिनाई
जबड़े में दर्द
क्लिक या पॉपिंग
चिड़चिड़ापन (बच्चों में)
रोना बढ़ जाना (बच्चों में)
भूख न लगना (बच्चों में)