Happy Janmashtami 2024: जन्माष्टमी का त्योहार नजदीक है और भक्तगण भगवान कृष्ण के जन्मदिन पर होने वाले इस बड़े जश्न की तैयारी में जोर-शोर से जुटे हुए हैं. लोग सजावट के लिए तरह-तरह की चीजें खरीद रहे हैं जैसे फूल, गुब्बारे और दूसरी सजावटी चीजें. साथ ही लोग लड्डू गोपाल जी के लिए खूबसूरत ड्रेस और झूला भी खरीद रहे हैं. हर कोई उनके जन्मदिन के लिए एक दिन पहले से ही सारी तैयारियां कर लेता है. जन्माष्टमी पर लोग आमतौर पर एक दिन का उपवास रखते हैं जो बाल गोपाल के जन्म के बाद आधी रात को खोला जाता है.
भक्तों का मानना है कि उपवास और इन समारोहों को ईमानदारी और भक्ति के साथ करने से वे भगवान कृष्ण के करीब आते हैं, और सफलता और आध्यात्मिक विकास के लिए उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. ऐसे में हम आपको यहां पर जन्माष्टमी व्रत में किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, इसके बारे में बताएंगे ताकि आपका उपवास खंडित होने से बच जाए.
जन्माष्टमी व्रत में क्या न खाएं
जन्माष्टमी व्रत के दौरान चावल, अनाज, दालें और नमक सभी वर्जित हैं.
जन्माष्टमी व्रत में क्या खाएं
1. सेब, केला और अनार जैसे ताजे फल
2. दही, दूध, पनीर और मक्खन जैसे डेयरी उत्पाद
3. आलू और शकरकंद जैसी जड़ वाली सब्जियां, जिन्हें अक्सर व्रत के आलू जैसे व्यंजनों में इस्तेमाल किया जाता है
4. मेवे और बीज, जो उपवास के दौरान ऊर्जा और पोषक तत्व देते हैं.
जन्माष्टमी 2024: उपवास के प्रकार
• निर्जला उपवास: यह उपवास का सबसे कठोर रूप है, जिसमें कृष्ण के जन्म के उपलक्ष्य में आधी रात तक कुछ भी नहीं खाया-पिया जाता है. इसके बाद आरती और प्रार्थना की जाती है.
• फलाहार व्रत: इसमें फल, दूध और पानी की अनुमति होती है. यह उन लोगों के लिए है जो निर्जला व्रत नहीं कर सकते हैं. इस व्रत में सात्विक (शुद्ध) आहार का पालन करते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)