Itchy Belly Button: नाभि में क्यों होती है बार-बार खुजली, किसी गंभीर रोग का हो सकती है इशारा

नाभि में खुजली से राहत पाने के लिए सही सफाई और समय पर इलाज बेहद जरूरी है. यदि इसके साथ लालपन, बदबू या पस जैसी समस्या दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

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नाभि में खुजली होने के कई कारण हो सकते हैं.

Itching In Belly Button: नाभि शरीर का एक छोटा लेकिन बेहद संवेदनशील हिस्सा है. यहां पसीना, धूल और गंदगी आसानी से जमा हो जाते हैं. जिससे खुजली, जलन और कभी-कभी संक्रमण की समस्या हो सकती है. कई लोग इसे मामूली मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन बार-बार खुजली (Nabhi Me Khujli Kyo Hoti Hai) होना गंभीर त्वचा रोग या फंगल इन्फेक्शन का संकेत भी हो सकता है. नाभि में खुजली (Nabhi Ki Khujli Kaise door Karen) से राहत पाने के लिए सही सफाई और समय पर इलाज बेहद जरूरी है. यदि इसके साथ लालपन, बदबू या पस जैसी समस्या दिखे तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.

नाभि में खुजली का क्या कारण है? (Itching In Belly Button)
नाभि में खुजली होने के कई कारण हो सकते हैं. सबसे आम वजह है वहां पसीना और गंदगी का जमा होना. नाभि एक गहरी जगह है जहां धूल और तेल आसानी से इकट्ठा हो जाते हैं. यदि सफाई पर ध्यान न दिया जाए तो बैक्टीरिया और फंगस पनपने लगते हैं. जो खुजली और बदबू का कारण बनते हैं. इसके अलावा साबुन, लोशन या डिओड्रेंट से एलर्जी, कपड़ों का घिसना और ड्राई स्किन भी खुजली को बढ़ा सकते हैं.
इसके अलावा डायबिटीज के मरीजों को भी अक्सर नाभि और उसके आसपास संक्रमण की समस्या होती है. जिस वजह से खुजली हो सकती है.

नाभि में खुजली किस बात का संकेत देती है?
नाभि में खुजली कई बीमारियों का संकेत भी हो सकती है.
• फंगल इन्फेक्शन - इसमें खुजली के साथ लालपन और बदबू आती है.
• एक्जिमा या सोरायसिस - ये त्वचा संबंधी रोग हैं जिनमें बार बार खुजली और सूजन होती है.
• एलर्जी - साबुन, डिटर्जेंट या कपड़े की वजह से भी नाभि पर खुजली हो सकती है.
• गंभीर संक्रमण - यदि नाभि से खून या पस निकलने लगे तो ये किसी सीरियस इंफेक्शन का लक्षण हो सकता है और तुरंत डॉक्टर की जरूरत होती है.

नाभि से कौन-कौन से रोग होते हैं? (Diseases In Belly Button)
यदि नाभि की सफाई का ध्यान न रखा जाए तो कई तरह की समस्याएं पैदा हो सकती हैं. इनमें शामिल हैं –
• नाभि से बदबू आना
• लगातार खुजली और जलन
• स्किन पर लाल दाने और रैशेज
• खून या पस का रिसाव
• गंभीर मामलों में बुखार और पेट दर्द

बचाव और जरूरी सावधानियां
नाभि की नियमित सफाई करें और स्नान के बाद इसे अच्छी तरह सुखाएं.
 कॉटन बड से हल्के हाथों से सफाई करें, लेकिन बहुत गहराई तक न ले जाएं.
 नमी और पसीने से बचने के लिए ढीले और कॉटन के कपड़े पहनें.
 खुजली या इन्फेक्शन बढ़ने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें.
नाभि को बार बार जोर से रगड़ें नहीं.
बिना डॉक्टर की सलाह के क्रीम या तेल का इस्तेमाल न करें.

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