Pet Dogs for your Kids: कई लोग शौख से अपने घर में डॉग को पेट के रूप में पालते हैं. इससे घर की सेक्योरिटी का भी ख्याल रहता है और एक वफादार पेट मिल जाता है. छोटा-प्यारा कुत्ते का पील्ला बच्चों को खासतौर से पसंद होता हैं. लेकिन कई बार पैरेंट्स अपने बच्चे की जिद्द पूरा नहीं करते हैं. उन्हें पेट के देखभाल की चिंता होती हैं. लेकिन अगर आप अपने बच्चे को पेट डॉग लाकर देंगे तो इसके कई फायदे हैं.
बच्चे को पेट डॉग देने के फायदे
1. अकेलेपन को करेगा दूरअगर आपका बच्चा अकेला है और उसका कोई भाई-बहन नहीं है तो इसमें एक पेट डॉग उनकी मदद कर सकता है. कई स्टडिज में ये साबित किया गया है कि जिन एकलौते बच्चों के पास पेट डॉग होती हैं वो उन्हें अपने भाई-बहन या दोस्त जैसा ही मान लेते है.
घर में एक पालतू डॉग होने से आपका बच्चा खुद ही कई सारी जिम्मेदारियां सीख जाते हैं. डॉग को बाहर ले जाने का, उन्हें नहलाने का, जैसे काम आप धीरे-धीरे अपने बच्चों को दें जिससे वो खुद से चीजें सीख सकते हैं. वो समय से पहले जिम्मेदार बन सकते हैं.
3. इम्यूनिटी रहता है सहीजो बच्चे डॉग के आस पास रहते हैं वो कम बीमार पड़ते हैं. एक अध्ययन के हिसाब से जिन बच्चों को ऐसे घर में लाया जाता है जहां पहले से ही एक कुत्ता है, उनमें खासी या सर्दी होने की संभावना कम होती है. कुत्ते कुछ ऐसे प्रकार के बैक्टेरिया साथ लाते हैं जिनसे बच्चे का इम्यून सिस्टम मजबूत बनता है.
आपके घर में डॉग होने से घर में किसी अंजान के घुसने या डकैती करने की संभावना कम हो जाती है. कुत्ते लुटेरों से रक्षा करने में बहुत अच्छे होते हैं और हमेशा सतर्क रहते हैं. आपके बच्चों की भी रक्षा होती हैं. घर के अंदर और बाहर दोनों जगहों पर आपका बच्चा सेफ रहता है.
5. बच्चों को रखते हैं एक्टिवबच्चे की सही सेहत के लिए उनका एक्टिव रहना बहुत जरूरी है. इसके लिए आपका बच्चा डॉग के साथ दौड़ते-भागते हैं. बच्चों को कुत्तों के साथ दौड़ना और खेलना बहुत पसंद है. उनका वजन कम करने में भी ये मदद करता हैं.
घर में पालतू पेट डॉग आपका और आपके बच्चे का सच्चा साथी बन सकता हैं. आपका बच्चा पेट के साथ रहना और उनसे बात करना कंफरटेबल महसूस करता है. इसलिए आपने बच्चे को एक पेट लाकर जरूर दें.
(प्रस्तुति-अंकित श्वेताभ)
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.