Surya namaskar kaise karein : आज इंटरनैशनल योगा डे पर (International Yoga Day) बताते हैं कि सूर्य नमस्कार 12 सबसे शक्तिशाली योगासनों का क्रम है. दिल के लिए एक बेहतरीन व्यायाम होने के अलावा, यह योगासन शरीर और मन के समग्र स्वास्थ्य के लिए भी बेहद शक्तिशाली है. सूर्य नमस्कार करने का सबसे अच्छा समय सुबह खाली पेट होता है. सूर्य नमस्कार में दो सेट होते हैं, जो 12 योग मुद्राओं से बना होता है. सूर्य नमस्कार के कई वर्जन हैं. हालांकि, केवल एक का पालन करने की सलाह दी जाती है. आज से इस योग आसन में महारत हासिल करने के लिए नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें.
कैसे करें सूर्य नमस्कार
प्राथर्ना पोज - अपनी योगा मैट के किनारे पर खड़े हो जाएं, अपने दोनों पैरों को एक साथ रखें और अपने शरीर के वजन को दोनों पर-समान रूप से संतुलित करें. अब धीरे-धीरे अपनी छाती को फुलाएं और अपने कंधों को आराम दें. जैसे ही आप सांस लेते हैं, दोनों भुजाओं को बगल से ऊपर उठाएं,और सांस छोड़ते हुए उन्हें इस तरह वापस लाएं कि आपकी हथेली आपकी छाती पर टिक जाए (जैसे प्रार्थना के लिए हाथ जोड़ते हैं).
हस्तोत्तानासन - अब सांस अंदर लेते हुए अपने दोनों हाथों को ऊपर उठाएं और पीछे की ओर धकेलें. सुनिश्चित करें कि इस समय आप अपने बाइसेप्स को कानों के पास रख रहे हैं. अब धीरे-धीरे अपने पूरे शरीर को एड़ियों से लेकर उंगलियों के पोरों तक ऊपर उठाएं.
हस्तपादासन- अब सांस छोड़ें और रीढ़ को सीधा रखते हुए कमर से आगे की ओर झुकें. जैसे ही आप पूरी तरह से सास छोड़ते हैं, अपने दोनों हाथों को पैरों के बगल में फर्श पर ले आएं.
अश्व संचालनासन - जब आप सांस अंदर ले रहे हों, तो अपने दाहिने पैर को जितना हो सके पीछे धकेलने की कोशिश करें. धीरे-धीरे दाएं घुटने को फर्श पर लाएं और धीरे से ऊपर देखें.
दंडासन (stick pose)- अब सांस अंदर लेते हुए बाएं पैर को पीछे ले जाएं और पूरे शरीर को एक सीधी रेखा में ले आएं.
अष्टांग नमस्कार- अब धीरे-धीरे अपने घुटनों को नीचे फर्श पर लाएं और धीरे-धीरे सांस छोड़ें. कूल्हों को थोड़ा पीछे ले जाएं, आगे की ओर खिसकें और अपनी छाती और ठुड्डी को फर्श पर टिका दें.
भुजंगासन - अब, यह कोबरा पोज़ पर आते हैं. आगे की ओर खिसकें और छाती को कोबरा मुद्रा में ऊपर उठाएं. इस बिंदु पर, आप अपनी कोहनी को कंधों से कानों से दूर मोड़ कर रख सकते हैं. अब छत को देखें.
अधो मुख संवासन- एक बहुत ही शक्तिशाली योगासन जिसमें आपको सांस बाहर छोड़ने की जरूरत होती है, और कूल्हों और टेलबोन को ऊपर उठाकर पूरे शरीर को उल्टे 'वी' मुद्रा में लाना होता है.
अश्व संचालनासन - अब धीरे-धीरे सांस अंदर लेते हुए दाएं पैर को दोनों हाथों के बीच में आगे लाएं. बाएं घुटने को फर्श से नीचे की स्थिति में रखें, कूल्हों को नीचे दबाएं और ऊपर देखें.
हस्तपादासन - सांस छोड़ें और बाएं पैर को आगे लाएं. अब हथेलियों को फर्श पर रखें और घुटनों को मोड़ लें.
हस्तोत्तानासन - धीरे-धीरे सांस अंदर लें और रीढ़ को ऊपर उठाएं. अपने हाथों को ऊपर उठाएं और पीछे की ओर झुकें, अपने कूल्हों को थोड़ा बाहर की ओर धकेलें.
ताड़ासन- यहां सूर्य नमस्कार की अंतिम मुद्रा होती है जैसे ही आप सांस छोड़ते हैं, अपने शरीर को पूरी तरह से सीधा करना सुनिश्चित करें. अब दोनों हाथों को नीचे लाकर इस स्थिति में आराम करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
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