Independence Day 2024: बच्चा-बच्चा करेगा देशभक्ति का गुणगान, 15 अगस्त के लिए उन्हें सिखाएं ये 5 आसान कविताएं

Independence Day short Poem : क्या आपके बच्चों को भी 15 अगस्त के मौके पर स्कूल, सोसायटी या किसी कार्यक्रम में कविता बोलनी है, लेकिन इतनी जल्दी आप बच्चों को बड़ी कविता नहीं याद करा सकते हैं? तो हम आपको बताते हैं छोटी और सिंपल कविताएं.

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Independence Day 2024 Poem: स्वतंत्रता दिवस का दिन हर देशवासी के लिए एक महत्वपूर्ण दिन होता है. इसी दिन भारत देश को ब्रिटिश हुकूमत से लंबी लड़ाई के बाद आजादी (Independence) मिली थी और 15 अगस्त 1947 को भारत एक स्वतंत्र देश बन गया था. इसी के उपलक्ष में हर साल 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस मनाया जाता है और स्कूल, कॉलेज, संस्थान, सोसायटी या कैंपस में कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. ऐसे में स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अगर स्कूल (School) या सोसाइटी में आपके बच्चों को किसी कार्यक्रम में भाग लेना है और आप उन्हें देशभक्ति की कविता (patriotic Poem) सीखाना चाहते हैं, तो हम आपको बताते हैं ऐसी पांच कविताएं जो बच्चे आसानी से सीख भी सकते हैं और 15 अगस्त के दिन इसे लोगों को सुना सकते हैं.

सिर्फ भारत ही नहीं 15 अगस्त के दिन ये देश भी मनाते हैं अपना स्वतंत्रता दिवस- देखें पूरी लिस्ट

स्वतंत्रता दिवस कविता
देखो बच्चों झंडा प्यारा, तीन रंगों का मेल है सारा, सदा रहे यह झंडा ऊंचा, आकाश को रहे यह झंडा छूता, सदा करो तुम इसका मान, कभी ना करना इसका अपमान, झंडा ही है देश की शान, बना रहे यह सदा महान.


नन्हे बच्चों के लिए कविता
हम नन्हे-नन्हे बच्चे हैं, नादान उम्र के कच्चे हैं, पर अपनी धुन के सच्चे हैं, जननी की जय-जय गाएंगे, भारत की ध्वजा उड़ाएंगे, भारत का नाम ही चमकाएंगे.

15 अगस्त कविता
हम बच्चे मतवाले हैं, हम चांद को छूने वाले हैं. जो हम से टकराएगा , कभी ना वो बच पाएगा. हम भारत माता के प्यारे, देश के राज दुलारे हैं. आजादी के रखवाले हम, नये युग का आगाज हम. देश का नाम सदा करेंगे, तिरंगे की शान रखेंगे, अपना जीवन हम सब देश के नाम करेंगे. हम बच्चे मतवाले है, हम चांद को छूने वाले हैं.

बच्चों के लिए इजी कविता
मेरे भारत की महिमा तो, सभी देवों ने मानी है, तभी तो जन्म लेने की, इसी भूमि पर ठानी है. यहां श्री राम की मर्यादा , महाभारत की कहानी है. तो आयें साथ मिलकर सब, हमें संस्कृति बढ़ानी है. महात्मा बुद्ध से त्यागी, महावीर से ज्ञानी है, यशोधरा का विरह है तो, पन्ना की कुर्बानी है. करूं वर्णन मैं भारत का तो कम लगती कई सदियां, यहां पुरुषों में नारायण, नारी में भवानी है.

हम बच्चे है हिंदुस्तान के
नन्हे-नन्हे प्यारे -प्यारे, गुलशन को महकाने वाले, सितारे जमीन पर लाने वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के. नए जमाने के दिलवाले, तूफानों से ना डरने वाले, कहलाते हैं हिम्मत वाले, हम बच्चे है हिंदुस्तान के. चलते है हम शान से, बचते हैं हम द्वेष से, आन पर हो जाएं कुर्बान, हम बच्चे है हिंदुस्तान के.  

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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