Independence Day 2023: 15 अगस्त को पूरे देश में आजादी का जश्न मनाया जाता है. हर शहर में स्कूल कॉलेजों से लेकर चौराहों और सरकारी भवनों में तिरंगा फहराने के बाद राष्ट्रगान गाया जाता है. ये तो हम सभी जानते हैं कि देश के स्वाधीनता का आंदोलन महात्मा गांधी के नेतृत्व में लड़ा गया था लेकिन ये शायद बहुत कम लोगों को पता होगा कि जब 15 अगस्त 1947 में देश को आजादी मिली तो बापू इसके जश्न में शामिल नहीं हुए थे. स्वतंत्रता दिवस (Independence Day) के साथ ऐसी ही कई दिलचस्प बातें जुड़ीं हुई हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ दिलचस्प तथ्य.
स्वतंत्रता दिवस से जुड़े रोचक तथ्य | Interesting Facts About Independence Day
दिल्ली में नहीं थे बापू15 अगस्त 1947 को जब देश को आजादी मिली तब बापू दिल्ली से हजारों किमी दूर बंगाल के नोआखली में थे. महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) हिंदुओं और मुस्लिमों के बीच हो रही सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए धरना कर रहे थे.
15 अगस्त 1947 को देश की आजादी का दिन तय किए जाने के बाद जवाहरलाल नेहरू और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने बापू को चिठ्ठी लिखकर बताया था कि देश 15 अगस्त को हमारा पहला स्वाधीनता दिवस होगा. आप हमारे बापू हैं, इसमें शामिल होकर अपना आशीर्वाद दें.
बापू ने जवाब दिया-जब कलकत्ता में हिंदू मुस्लिम एक दूसरे की जान ले रहे हैं, ऐसे में मैं जश्न में कैसे शामिल हो सकता हूं. दंगा रोकने के लिए मैं अपनी जान दे दूंगा, यह ज्यादा जरूरी है.
जवाहरलाल नेहरू ने 14 अगस्त को मध्य रात्रि को वायसराय लॉज मौजूदा राष्ट्रपति भवन से अपना ऐतिहासिक भाषण ‘ट्रिस्ट विद डेस्टनी' दिया था जिसे रेडियो से देशभर में ही दुनिया भर में सुना गया. हालांकि, गांधी जी उस दिन नौ बजे ही सोने चले गए थे.
स्वतंत्रता दिवस पर हर वर्ष 15 अगस्त को लाल किले से देश के प्रधानमंत्री तिरंगा (National Flag) फहराते हैं लेकिन लोकसभा सचिवालय के शोधपत्र के अनुसार पहली बार 16 अगस्त 1947 को लाल किले से तिरंगा फहराया गया था.