हर थोड़ी देर में आने लगती है पेशाब तो करें ये योगासन

Yogasanas to get rid of urinary problems : आज हम आपको यहां पर कुछ ऐसे योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आपकी पेशाब की समस्या का समाधान 1 से 2 महीने में हो सकता है.

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आप वज्रासन भी कर सकते हैं. इससे भी आपकी पेल्विक फ्लोर मजबूत होती है.

Urinate at short intervals : क्या आप भी उनमें से हैं, जिन्हें हर थोड़ी-थोड़ी देर में पेशाब लगती है, तो इसे आम समस्या समझकर इग्नोर न करें. यह किसी गंभीर रोग के लक्षण भी हो सकते हैं. ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और इसकी पीछे के कारणों को जानें. इसके अलावा आप यहां बताए जा रहे योगास योगासन (Yogasanas to get rid of urinary problems) को अपनी रूटीन में शामिल करें. इससे आपकी पेशाब से जुड़ी समस्या का समाधान 1 से 2 महीने में हो सकता है....

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 पेशाब की समस्या से निजात पाने के लिए योगासन

वृक्षासन - Tree Pose

यह आसन आपकी पेल्विक फ्लोर की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे ब्लैडर पर दबाव कम पड़ता है. इससे आपकी पेशाब से जुड़ी परेशानी कम होती है.

इसे करने के लिए, सबसे पहले मैट पर खड़े हो जाएं सीधा. फिर एक पैर को दूसरे पैर की जांघ पर रखें और हाथों को ऊपर की ओर जोड़कर वृक्ष की तरह खड़े हो जाइए. आप इस पोज में 30 सेकंड से 1 मिनट तक रहें.

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आपको बता दें कि वृक्षासन करने से कब्ज, गैस और अपच जैसी समस्याओं को दूर करने में भी मदद करता है. यह आपकी रीढ़ की हड्डी में लचीलापन आता है. इससे रीढ़ की हड्डी में खिंचाव आता है जिससे पॉश्चर में भी सुधार होता है. 

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वज्रासन - Vajrasana

आप वज्रासन भी कर सकते हैं. इससे भी आपकी पेल्विक फ्लोर मजबूत होती है और बार-बार पेशाब आने की समस्या से छुटकारा मिलता है.

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इसे करने के लिए आप जमीन पर एक मैट बिछाएं और सीधे बैठ जाएं. अब अपने घुटनों को मोड़कर, दोनों पैर की एड़ी को एक दूसरे के पास लाकर बैठ जाइए. इस दौरान आपके पैर का ऊपरी हिस्सा जमीन पर होना चाहिए और एड़ी आपकी नितंबों के पास होनी चाहिए. आप दोनों एड़ी को थोड़ा अलग कर सकते हैं, ताकि नितंब आराम से उसपर बैठ सके. अब अपनी पीठ को सीधा रखें और सिर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी को एक सीध में रखिए. इसके बाद दोनों हाथों को अपने घुटनों पर रखें और अंगूठे और तर्जनी से एक-दूसरे को मिलाकर 'ज्ञान मुद्रा' बनाइए. अब इस स्थिति में कम से कम 5 से 10 मिनट रहिए.

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इससे न सिर्फ आपकी पेल्विक मजबूत होगी बल्कि पाचन शक्ति भी दुरुस्त होगी. इसके अलावा यह शरीर में रक्त संचार और ऊर्जा का संचार करता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.


 

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