Scolding Child: बच्चों को किस उम्र में डांटना चाहिए, कब करना चाहिए प्यार, एक्‍सपर्ट ने बताई बहुत जरूरी बात

लगभग 2 साल से 5 साल तक का बच्चा कितनी भी गलतियां करें, लेकिन आपको उसे नहीं डांटना चाहिए. ऐसे वक्त पर आपको अपने बच्चे को खूब प्यार-दुलार करना चाहिए.

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बच्चों की पैरंटिंग करते हुए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए.

Scolding child psychology: बच्चों के पालन-पोषण में बहुत तरह की परेशानियां आती हैं. कई बार तो लोग समझ नहीं पाते कि बच्चों को क्या करना है, क्या कहना है, उन्हें कैसे समझाया जाए. ऐसे में पेरेंट्स के लिए एक्सपर्ट की मदद लेना अच्छा होता है. एक बिजनेस एक्सपर्ट ने अपनी स्पीच में बच्चों के (Using Positive Discipline) पालन-पोषण को लेकर जानकारी दी है. उन्होंने अपनी स्पीच में कहा कि लगभग 2 साल से 5 साल तक का बच्चा कितनी भी गलतियां करें, लेकिन आपको (Scolding Your Child To Discipline Him) उसे नहीं डांटना चाहिए. ऐसे वक्त पर आपको अपने बच्चे को खूब प्यार-दुलार (Effects of scolding a child) करना चाहिए. इस उम्र के बच्चों को कभी भी प्यार दुलार की कमी महसूस नहीं होने देनी चाहिए.

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बच्चों को अच्छी परवरिश दें
आगे उन्होंने बच्चों की परवरिश के बारे में कहा कि पेरेंट्स को अपने बच्चों पर इतना प्यार-दुलार लुटाना चाहिए कि उन्हें कभी किसी और के प्यार की कमी महसूस ना हो. बच्चे को लगे कि उनके माता-पिता दुनिया के सबसे अच्छे माता-पिता हैं जिन्होंने मुझे जन्म दिया.


बच्चों को अनुशासन का मतलब बताएं


उन्होंने आगे बताया कि 5 साल से 15 साल तक के बच्चों को आप एक नियम के तहत रखें. उन्हें अनुशासन में रखें. बच्चों को अनुशासन का मतलब बताएं. उन्हें यह समझाएं कि उनके लिए क्या सही है क्या गलत है. अगर जरूरत हो तो उन्हें डांट भी लगाएं. 15 साल से ऊपर के बच्चों के साथ माता-पिता को एक दोस्त के समान रहना चाहिए. उन्हें सही और गलत में फर्क बताएं. बच्चे को इतना कंफर्टेबल कर देना चाहिए कि उनको किसी भी बात को आपसे शेयर करने में झिझक ना महसूस हो और वह जीवन में आगे चलकर सही और गलत में फर्क करना सीख सकें.

एक्सपर्ट का कहना है कि जब आप अपने बच्चे को भरपूर प्यार देंगे तो उसे लगेगा कि चाहे सुख हो, दुख हो, चाहे जैसी भी मुश्किल और परेशानी आ जाए, मेरे मां-बाप हमेशा मेरे साथ हैं. इससे बच्चा अपने पेरेंट्स पर भरोसा करने लगता है और उनसे प्यार करना सीख जाता है.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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