Tips To Boast Memory : हमारी जिंदगी को बेहतर बनाए रखने के लिए ब्रेन हेल्थ का खयाल रखना बेहद जरूरी है. हालांकि आज के जमाने में लोगों को ब्रेन हेल्थ (how to improve memory) सुधारने का वक्त ही नहीं मिल पाता है. अधिकतर लोग अपनी फिजिकल हेल्थ को सुधरने की कोशिश तो करते हैं, लेकिन ब्रेन हेल्थ को (never ignore your brain health) अनदेखा कर देते हैं. इस लापरवाही की वजह से कम से कम उम्र में ही लोगों की याददाश कमजोर हो रही है. एक जमाना था जब लोगों की मेमोरी को उनकी उम्र से जोड़कर देखा जाता था, लेकिन अब हालात बिल्कुल बदल गए हैं. आजकल बुजुर्गों के साथ युवाओं की मेमोरी भी कमजोर होने लगी जो एक चिंता का विषय है.
एक रिपोर्ट के अनुसार आमतौर पर माना जाता है कि मेमोरी को बूस्ट करने के लिए लोगों को प्रतिदिन 7-8 घंटे की नींद जरूर लेनी चाहिए. अच्छी नींद से लॉन्ग टर्म मेमोरी इंप्रूव होती है. हालांकि अमेरिकी न्यूरोसाइंटिस्ट राचेल समर्स का मानना है कि मेमोरी को तेज बनाने के लिए लोगों को रात में 8 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए.
मेमोरी बढ़ाने के नेचुरल तरीके | Natural Ways To Boast Memory
– मेमोरी को इंप्रूव करने के लिए रोजाना वर्कआउट करना चाहिए. खासकरतौर से एरोबिक एक्सरसाइज करने से युवा और बुजुर्ग दोनो की मेमोरी तेज होती है. एक्सरसाइज, स्विमिंग, रनिंग और वॉकिंग करने से ब्रेन में अच्छी तरह से ब्लड फ्लो होता है. इससे ब्रेन फंक्शन को सपोर्ट मिलता है.
– नींद और एक्सरसाइज के बाद मेमोरी को बूस्ट करने का तीसरा सबसे बढ़िया तरीका माइंडफुलनेस है. माइंडफिलनेस एक जगह आराम से बैठकर अपने माइंड और बॉडी पर फोकस करने की प्रैक्टिकस है. कई स्टडी में माइंडफुलनेस को प्रीफ्रंटल कॉर्टेक्स की मोटाई बढ़ाने के लिए दिखाया गया है. ब्रेन का यह हिस्सा अटेंशन औऱ मेमोरी से जुड़ा हुआ है. यह प्रैक्टिस मेमोरी के लिए बेहद फायदेमंद होती है.
– यह ऐसी ब्रेन बूस्टिंग एक्टिविटी होती हैं, जो आपके ब्रेन को चैलेंज करती हैं. कोई नई भाषा सीखना या किसी इंस्ट्रूमेंट को बजाने की कोशिश करने जैसी एक्टिविटीज मेमोरी परफॉर्मेंस को बेहतरीन बनाती हैं.
– मेमोरी को बूस्ट करने के लिए पिछली चीजों को याद रखना बेहद जरूरी है. आजकल सभी लोग कोई भी चीज याद नहीं करना चाहते हैं और बात-बात पर गूगल का इस्तेमाल करते हैं. गूगल का उपयोग किए बिना अपनी मेमोरी पर जोर डालकर पहले पढ़ी या देखी गई चीजों को याद रखने की प्रैक्टिस करनी चाहिए. ऐसा करने से आपकी याददाश मजबूत हो जाते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.