5 Steps to Effective Parenting: कई पेरेंट्स की अक्सर यह शिकायत रहती है कि उनके बच्चे का मन पढ़ने में नहीं लगता है. बच्चा (Child) सारा दिन या तो खेलता रहता है या फिर मोबाइल (Mobile Games) में बिजी रहता है. बच्चों का पढ़ाई में मन ना लगने के पीछे और भी कई कारण होते हैं. अगर आपकी भी यही शिकायत है और आपके भी बच्चे का मन पढ़ाई में नहीं लगता है तो उसे पढ़ाने के लिए आप कुछ मजेदार तरीकों का इस्तेमाल कर सकते हैं. इससे उसका मन पढ़ने में लगेगा. हम आपको ऐसे ही कुछ तरीके बता रहे हैं. (Parenting Tips)
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बच्चों के लिए रूटिंग सेट करें
आपका बच्चा जब स्कूल जाना शुरु करता है तभी से पेरेंट्स को एक रूटीन बनाना चाहिए. जिनमें उनके सोने का समय, पढ़ाई का समय, खेलकूद का समय सभी तय हो. इससे बच्चों की एक आदत बन जाएगी और धीरे-धीरे चलकर वह उसी रूटीन में ढल जाएगा.
पेरेंट्स बच्चों को समय दें
बेहतर तो यह है कि बच्चों को पढ़ाने के लिए पेरेंट्स खुद अपना समय दें. आज-कल के भाग-दौड़ भरी जिंदगी में पेरेंट्स खुद बिजी रहते हैं, इसलिए बच्चों को समय नहीं दे पाते. बच्चों को स्कूल और ट्यूशन की पढाई के अलावा पेरेंट्स को खुद बैठाकर पढ़ाना चाहिए. पेरेंट्स को बच्चों के लिए समय निकालना होगा.
बच्चों पर पढ़ाई का प्रेशर न बनाएं
अक्सर यह देखा गया है कि पेरेंट्स बच्चे पर हमेशा पढ़ाई का प्रेशर बनाते हैं. बच्चों पर जितना प्रेशर बनाया जाता है, वह पढ़ाई से उतना ही दूर भागता है. इसलिए बच्चों के ऊपर ज्यादा पढ़ाई का प्रेशर नहीं बनाना चाहिए.
उदहारण देकर समझा सकते हैं
अगर आप बच्चे को खुद से पढ़ा रहे हैं तो पढ़ाई के समय उससे जुड़े एग्जांपल देंगे तो बच्चे अच्छे तरीके से समझ पाएंगे और उन्हें सब कुछ याद हो जाएगा. एग्जांपल देकर समझाना काफी कारगर हो सकता है.
गेम्स और नई तकनीक का सहारा लें
आप अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए गेम्स का सहारा ले सकते हैं. बच्चे खेल-खेल में साइंस और मैथ के सब्जेक्ट को मजेदार तरीके से समझ सकते हैं. आप उन्हें खेल-खेल में बहुत कुछ सीखा-समझ सकते हैं. ये तरीका भी काफी कारगर है.