Ganesh Chaturthi 2022: गणेश चतुर्थी के दिन बहुत से भक्त हैं जो घर पर गणपति बप्पा की प्रतिमा विराजते हैं लेकिन ऐसे भी भक्त हैं जो चाहते हुए भी बप्पा (Ganpati Bappa) का स्वागत नहीं कर पाते. इनमें कुछ वे लोग हो सकते हैं जो बीमार हों, कुछ वो जो कामकाजी हों और वे जो किसी और कारण से गणपति आगमन नहीं कर सकते. असल में गणपति बप्पा का स्वागत करने के बाद भी कई तरह के धार्मिक काम होते हैं जो व्यक्ति को करने पड़ते हैं और कई तरह के नियमों का पालन करना भी इन्हीं कामों में शामिल है. लेकिन, गणपति बुला नहीं सकते लेकिन उनके आगमन के इन 10 दिनों को अपने दोस्तों-रिश्तेदारों के साथ मना तो सकते ही हैं. वैसे भी श्रद्धा कर्म से बढ़कर मन से होती है. आइए जानते हैं बिना बप्पा की मूर्ति (Ganesha Idol) स्थापना किए कैसे मनाएं गणेश चतुर्थी.
बिना बप्पा की मूर्ति लाए इस तरह मनाएं गणेश चतुर्थी
बप्पा की पूजा
नए गणपति नहीं लाए हैं तो जाहिर सी बात है गणेश विसर्जन (Ganesh Visarjan) भी नहीं कर पाएंगे. लेकिन, घर में बप्पा की जो मूर्ति पहले से है उनकी पूजा तो आप कर ही सकते हैं. बप्पा के आगे माथा टेकने भर से ही बप्पा आपके श्रद्धाभाव को समझ लेंगे.
आस-पड़ोसी अगर गणेश जी की प्रतिमा घर लेकर आ रहे हैं तो उनके साथ बप्पा के स्वागत में शामिल हों. सभी के साथ नाचने-गाने और 'गणपति बप्पा मोरेया' बोलने से बिल्कुल भी ना झिझकें.
सोसाइटी या गली में होने वाली गणेश पूजा (Ganesh Puja) में सुबह-शाम शामिल हों. आप चाहें को पंडाल के कामों में हाथ भी बंटा सकते हैं. पंडाल की साफ-सफाई या फिर पूजा का भोग बनाने में भी योगदान दिया जा सकता है.
मोदक भगवान गणेश (Lord Ganesha) को अतिप्रिय होते हैं. घर में बप्पा की पसंद के मोदक बनाकर आप घर के मंदिर में भोग लगाकर खा सकते हैं. यह त्योहार और गणेश चतुर्थी का हिस्सा बनने जैसा ही है और आपको मोदक बनाते हुए खुशी भी महसूस होगी.