फाइन लाइंस को स्किन की उम्र बढ़ने का पहला संकेत माना जाता है, जो आमतौर पर आंखों और चेहरे के पास दिखाई देती है. ये बारीक उभरी हुई रेखाएं हैं, जो फेस एक्सप्रेसन के साथ दिखाई देती हैं जब आप स्माइल करते हैं, या गुस्सा होते हैं. फाइन लाइंस और रिंकल्स को कई लोग एक ही समझ लेते हैं लेकिन वे बिल्कुल एक जैसे नहीं हैं. फाइन लाइन स्कीन के उपरी भाग पर होती है जबकि, झुर्रियां गहरी होती हैं. लेकिन उम्र बढ़ने के साथ-साथ फाइन लाइंस रिंकल्स में बदल जाती हैं क्योंकि स्किन अपनी फर्मनेस और इलास्टिसिटी खो देती है. जैसा कि नाम से पता चलता है, फाइन लाइंस छोटी क्रीज होती हैं जो नाजुक और सेंसिटिव स्किन पर बनती हैं. आंखों के पास की स्किन सबसे सेंसिटिव स्किन होने के कारण उम्र बढ़ने के शुरुआती लक्षण इसी जगह से शुरू होते हैं. फेस पर फाइन लाइंस मुस्कुराने, गुस्सा करने के दौरान नज़र आती हैं. आखों के बाद फेस फाइन लाइंस का अगला टारगेट होता है.
फाइन लाइन्स के कारण क्या हैं?
1.यूवी रेज
स्किन प्रॉब्लम का सबसे आम कारण सूरज की किरणों से होने वाला नुकसान है. फाइन लाइंस और रिंकल्स के साथ-साथ सन डैमेज से डार्क स्पॉट्स भी होते हैं. इसलिए ब्यूटी एक्सपर्ट सनब्लॉक क्रीम और जेल के इस्तेमाल पर जोर देते हैं.
2. प्रदूषण
शहरों में रहने वाले लोग जो ऑटोमोबाइल या उद्योगों से पॉल्यूशन के संपर्क में हैं, उनकी स्किन को ज्यादा नुकसान होता है. जहां प्रदूषण कई हेल्थ प्रॉब्लम का कारण बनता है, वहीं फाइन लाइंस और झुर्रियां इसका दूसरा साइड इफेक्ट है.
3. डिहाइड्रेटिड स्किन
जब स्किन में मॉइस्चर की कमी होती है, तो फाइन लाइंस और रिंकल्स दिखने लगते हैं. उम्र बढ़ने के साथ स्किन ड्राई और डिहाइड्रेट होने लगती है, जिस कारण आपको फेस पर ज्यादा फाइन लाइंस और झुर्रियां दिखने लगती हैं. इसलिए स्किन की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया में देरी करने के लिए शुरुआत से ही स्किन को रोजाना मॉइस्चराइज़ करना जरूरी है.
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आइए जानते हैं फाइन लाइन्स की देखभाल करने के 5 बेस्ट तरीके
हम सभी जानते हैं कि उम्र बढ़ने के प्रोसेस को कोई नहीं रोक सकता. हालांकि, हम फाइन लाइंस और रिंकल्स को कुछ सावधानियां बरत कर जल्दी आने से जरूर रोक सकते हैं.
1. विटामिन सी
ऐसे इंग्रेडिएंट्स और फ़ार्मुलों की तलाश करना जो उम्र बढ़ने के प्रोसेस के संकेतों में देरी लाने में कारगर साबित हों. विटामिन सी एक ऐसा ही प्रोडक्ट है जो फाइन लाइंस को सुधारने और स्किन को स्मूथ और रेडिएंट बनाने के लिए जाना जाता है.
2. हाइलूरोनिक एसिड
हाइलूरोनिक एसिड स्किन को हाइड्रेट करता है, साथ ही यह स्किन को सप्पल और पलम्प बनाता है. अपनी स्किनकेयर में हाइलूरोनिक एसिड का प्रयोग शुरू कर दें ताकि उम्र बढ़ने के प्रोसेस में देरी हो.
3. सनब्लॉक का प्रयोग करें
सनब्लॉक जेल और क्रीम का कोई तोड़ नहीं है. ड्राई, ऑयली, सेंसिटिव हर तरह की स्किन को धूप से होने वाले नुकसान से बचाने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करने की आवश्यकता होती है. सन प्रॉब्लम से होने वाले कई नुकसानों में से एक है फाइन लाइंस, जो धीरे-धीरे झुर्रियों में बदल जाती हैं. इसलिए अपनी स्किन टाइप के हिसाब से सनस्क्रीन का यूज करें.
4. रेटिनोल
रेटिनोल स्किन के उम्र बढ़ने के संकेतों को कम करने के लिए जाना जाता है. अपने स्किनकेयर रूटीन के लिए प्रोडक्ट चुनते समय इस इंग्रेडिएंट्स को उस लिस्ट में शामिल करें. रात के समय स्किन केयर में रेटिनोल का यूज किया जाता है.
5. पॉल्यूशन प्रोटेक्शन फार्मूला
पॉल्यूशन फाइन लाइंस के अहम कारणों में से एक है, इसलिए अपना स्किनकेयर रूटीन बनाते समय एंटी-पॉल्यूशन प्रोडक्ट को चुनें. एक क्लींजिंग, टोनिंग, मॉइस्चराइजिंग प्रोसेस को भी फॉलो करें.
हमें इन फैक्ट को स्वीकार करना चाहिए कि उम्र बढ़ना एक नेचुरल प्रोसेस है और फाइन लाइंस और रिंकल्स उम्र बढ़ने के संकेत हैं. इसलिए, हम संकेतों में देरी करने के लिए सावधानी बरतने की कोशिश कर सकते हैं लेकिन उनका इलाज या पूरी तरह से कम नहीं कर सकते. हम आपको सलाह देते हैं कि एक नया स्किनकेयर शुरू करने से पहले अपने स्किन स्पेशलिस्ट से सलाह लें और हमेशा पैच परीक्षण करें.