Ganesh Chaturthi 2022: भगवान गणेश से ये 5 चीजें सीख सकते हैं बच्चे, जीवन पर पड़ेगा सकारात्मक असर 

Ganesh Chaturthi 2022: बच्चों को छोटी उम्र से ही अच्छी आदतें सिखाई जानी आवश्यक होती हैं. गणपति बप्पा से मिलने वाले ऐसे ही 5 गुण हैं जो माता-पिता अपने बच्चों को सिखा सकते हैं. 

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Happy Ganesh Chaturthi: बप्पा से मिलती हैं जीवन की ये 5 सीख. 

Ganesh Chaturthi 2022: आजकल गणेश चतुर्थी की धूम हर तरफ दिख रही है. बप्पा की प्रतिमा, गाने और भजन आदि तो हर तरफ सुनने को मिल ही जाते हैं. लेकिन, बप्पा (Ganpati Bappa) की कृपा पाने के सिर्फ पूजा-पाठ से जुड़े तरीके ही नहीं हैं. असल में गणपति बप्पा से जीवन के कई पहलुओं से जुड़ी सीख (Life Lessons) भी मिलती है जिन्हें बच्चे अपना सकते हैं. यह बप्पा को याद करने का भी अच्छा तरीका है और उन्हें ठीक से समझने का भी. आइए जानें, कौन-कौनसी हैं ये सीखें. 

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गणपति बप्पा से बच्चे सीख सकते हैं ये 5 बातें | Lessons Kids Can Learn From Ganesha 

माता-पिता का सम्मान 

बच्चे गणपति बप्पा से पहली सीख यही सीख सकते हैं कि माता-पिता (Parents) का सम्मान किस तरह किया जाता है. गणेश जी अपने माता-पिता को ही अपनी दुनिया मानते थे. इससे एक कथा भी जुड़ी है कि जब बप्पा से कहा गया था कि पूरे संसार के चक्कर लगाकर आओ तो उन्होंने अपने माता-पिता शिव-पार्वति के चारों ओर घूमकर ही चक्कर पूरे कर लिए और उनसे कहा कि आप दोनों ही तो मेरी दुनिया हो. 

अपनी कमियों को स्वीकारना 

गणेश जी बाकि बच्चों (Children) से बेहद अलग थे. उनका सिर भी किसी सामान्य बच्चे की तरह नहीं था. लेकिन, इस भिन्नता को उन्होंने कभी कमी नहीं समझा. इसी तरह बच्चे भी अगर बाकि लोगों से अलग हैं तो उन्हें उसे स्वीकारना चाहिए लेकिन कभी कमी समझ के निराश नहीं होना चाहिए. 

सभी से अच्छा व्यवहार 


कहते हैं गणेश जी कभी किसी को ऊंचा-नीचा, निर्बल या निर्धन नहीं समझते थे. माता-पिता को अपने बच्चों में भी यही गुण डालने चाहिए जिससे वे कभी भी किसी को कमजोर समझकर उसका अनादर करने की कोशिश ना करें बल्कि सद्भाव और दयालुता दिखाएं. 

हार ना मानना 


गणपति बप्पा के हार ना मानने से भी एक पौराणिक कथा जुड़ी हुई है. कथा के अनुसार लिखते-लिखते जब गणेश जी की कलम की नोंक टूट गई थी तो उन्होंने अपना एक दांत तोड़कर उससे लिखना शुरु कर दिया था. यह कहानीभर है लेकिन इससे जो सीख मिलती है वो जीवन का एक बहुत ही महत्वपूर्ण गुण (Quality) है. बच्चों को भी हार ना मानें बिना जीवन में आगे बढ़ते रहना चाहिए. 

ठहराव 

जल्दबाजी चाहे बच्चों में हो या फिर बड़ों में कभी अच्छी नहीं होती. गणपति बप्पा में ठहराव था जो सभी को उनकी तरफ आकर्षित करता था. बच्चों में भी यही ठहराव उन्हें मुश्किल घड़ी में सोचने-समझने की सद्बुद्धि देता है. 
 

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