Stomach and breath yogasan : भागदौड़ भरी जिंदगी के कारण लोगों का खान पान (Diet for healthy life) खराब हो गया है. सोने उठने बैठने का समय भी निश्चित नहीं रहती है. जिसके चलते लोग तमाम तरह की बीमारियों से घिर जा रहे हैं ऐसे में आप थोड़ा समय निकालकर इस आसन को जरूर करें. मत्स्यासन (Matsyasan) करने से पेट और सांस की बीमारी कंट्रोल में रहेगी. इसको करने के लिए पेट खाली होना चाहिए. तभी यह आसन अच्छे से वर्क करेगा. इसको करने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह है.
पेट और सांस के लिए योगासन
- अगर आप चाहती हैं कि आपको पेट और सांस की समस्या ना हो तो यहां बताए जा रहे योगासन की मदद से बच सकती हैं.
- मत्स्यासन करने के लिए आपको मैट बिछा लेना है. पीठ के बल लेट जाइए. फिर अपनी टांगों को रिवर्स साइड में मोड़ लीजिए. फिर अपनी हथेलियों को हिप्से के नीचे रखें.
- अब सांस लेते हुए सीने को ऊपर की ओर उठाएं और सिर को भी. सिर का ऊपरी हिस्सा इस दौरान जमीन को छुए. आपको बता दें कि इस आसन को करने से पिट्यूटरी, पैराथायरॉयड और पीनल ग्लैंड्स भी टोन हो जाती हैं.
-ये हिप्स के जोड़ और मांसपेशियों को अच्छा स्ट्रेच देता है. ये आसन ये पीठ के ऊपरी हिस्से और गर्दन के पीछे की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.