World milk day 2024 : दूध पीने का सही समय क्या है? आयुर्वेद इस बारे में क्या कहता है, जानिए यहां

Importance of milk : कई लोग इसे सुबह पीते हैं, कई लोग इसे रात के समय भी पीना पसंद करते हैं. तो, वास्तव में दूध पीने का सही समय क्या है? आयुर्वेद इस बारे में क्या कहता है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें.

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Milk benefits : भारतीय आहार में दूध का एक महत्वपूर्ण स्थान है, चाहे बच्चे हों या वयस्क, हर कोई एक गिलास दूध का स्वाद लेना पसंद करता है. जबकि बच्चों को उनके शरीरिर विकास के दौरान दूध पीने की सलाह दी जाती है, वयस्कों को अक्सर हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए अपने आहार में दूध शामिल करने का सुझाव दिया जाता है. एक गिलास दूध काफी पेट भरने वाला होता है और इसे अक्सर ‘संपूर्ण आहार' कहा जाता है. आप या तो सादा दूध पी सकते हैं या इसे और अधिक रोचक बनाने के लिए इसमें कुछ स्वाद मिला सकते हैं. जबकि कई लोग इसे सुबह पीते हैं, कई लोग इसे रात के समय भी पीना पसंद करते हैं. तो, वास्तव में दूध पीने का सही समय क्या है? आयुर्वेद इस बारे में क्या कहता है, यह जानने के लिए आगे पढ़ें.

आयुर्वेद के अनुसार दूध पीने का फायदा

1- आयुर्वेद के अनुसार, वयस्कों के लिए दूध पीने का सबसे अच्छा समय सोने से पहले का है. बच्चों के लिए, सुबह जल्दी दूध पीने की सलाह देता है. दूध नींद भी लाता है और आपको अच्छी नींद लेने में मदद करता है। कम गतिविधि के कारण, आपका शरीर रात में दूध से अधिकतम कैल्शियम अवशोषित करता है.

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2- दूध पोषक तत्वों से भरपूर होता है और हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए जाना जाता है. यह प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी12, विटामिन डी और फॉस्फोरस का भी अच्छा स्रोत है. नियमित रूप से दूध पीने से न केवल आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है बल्कि सीने में जलन जैसी समस्याएं भी दूर रहती हैं.

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3- वैसे तो आप दिन में 2-3 कप दूध आसानी से पी सकते हैं, लेकिन आपको यह बात याद रखनी चाहिए कि हर चीज की अधिकता बुरी होती है. अगर आपका दूध फुल क्रीम है, तो 1-2 कप ही पिएं क्योंकि इससे आपका वजन बढ़ सकता है.

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4- कम वसा वाला दूध भी पिया जा सकता है, लेकिन हमेशा सीमित मात्रा में. लेकिन आप लैक्टोज से एलर्जी है तो फिर आपके लिए दिक्कत हो सकती है. 

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5- आयुर्वेदिक नियमों के अनुसार, आम, केला, खरबूजा और अन्य खट्टे फलों को कभी भी दूध या दही के साथ नहीं मिलाना चाहिए. इससे साइनस, सर्दी, खांसी और एलर्जी हो सकती है. आप अपने दूध में कुछ नैचुरल स्वीटनर और यहां तक कि हल्दी भी मिला सकते हैं. जो बच्चे खाने में नखरे करते हैं, उनके लिए आप दूध का स्वाद बेहतर बनाने के लिए चॉकलेट पाउडर का विकल्प चुन सकते हैं.

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दूध किस समय पिएं

- अब जबकि आयुर्वेद ने फलों और दूध को एक साथ न पीने की सलाह दी है, तो सवाल यह उठता है कि इसे सही तरीके से कैसे पिएं. हालांकि ठंडा और गर्म दोनों तरह का दूध शरीर को पोषण देता है, लेकिन इसे पीने का सही तरीका इस बात पर निर्भर करता है कि आप इसे किस समय पी रहे हैं.

- अगर आप दिन में दूध पी रहे हैं, तो आप इसे गर्म या ठंडा दोनों तरह से पी सकते हैं. अगर आप इसे सोने से पहले पी रहे हैं, तो हमेशा सुनिश्चित करें कि आप गुनगुना या गर्म दूध पिएं. रात में ठंडा दूध न केवल पेट की समस्याओं का कारण बन सकता है, बल्कि नींद के पैटर्न को भी बाधित कर सकता है.

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए जिम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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