Delhi University Gen Z Love Letter: तुम मेरे जीवन की रोशनी हो, तुम वो छांव हो जिसमें मुझे सुकून मिलता है. मैं आज कहना चाहता हूं कि मुझे तुमसे प्यार है. मैं चाहता हूं कि तुम हमेशा मेरे साथ रहो... नया साल प्यार का इजहार करने का बेहतरीन मौका है. दरअसल, नया साल हर किसी के लिए खास होता है. नया साल जीवन में नई बहार की तरह आता है. न्यू ईयर के मौके पर लोगों के दिलों में नई उम्मीदें होती हैं, नई आकांक्षाएं होती हैं, क्योंकि नया साल हर किसी के मन में रोमांच और एक अलग सा उत्साह लेकर आता है. ऐसे में आप अपने साथी तो Gen z स्टाइल में प्यार का इजहार कर सकते हैं. यहां दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुछ छात्रों द्वारा लिखे गए लव लेटर आपकी मदद कर सकते हैं.
नए साल पर Gen z Style में करें अपने प्यार का इजहार
delhi university gen z love letter
मुझे अभी भी याद है, जब क्लास में मैंने तुम्हारी और देखा और तुमने मेरी और देखा और मैं मुस्कुराई और उसके अगले दिन ही मैं तुम्हारे पास आकर बोली कि मेरे दोस्त बनोगे तो तुमने कहा "हां बिल्कुल" एक वह दिन था और एक आज का दिन है की मेरी हर बात में, मेरी हर खुशी में तुम्हारा नाम जुड़ा होता है.
मैं बिल्कुल भी Perfect नहीं हूं, तुम्हारे साथ रहते हुए, तुम्हें देख कर मेरे लिए, खुद बेहतर बनने की कोशिश करती हूं.
तुम्हारा "अपना ख्याल रखना" बोलना मुझको बहुत अपनापन लगता है
जब कोई खुशी का पल होता है
तब तुम मुझे गले लगाते हो,
तो दुनिया Mute हो जाती है
मेरा बचपना, मेरी नादानियां
और तुमको पता है, मैं कहां पैनिक करती हूं,
मेरे पैनिक होने से पहले ही तुम मेरी प्रॉब्लम को सॉल्व कर देते हो और सबसे मजेदार बात कभी कभी, जरूरत पड़ने पर तुम्हारा रुमाल लेकर घर चली जाती हूं और अगले दिन पूछना मेरा रुमाल कहां है तो मेरा बोलने की वापस भी करना था.
और फिर भी तुम्हारा मुस्कुरा देना
तो आज मैं पूछना चाहती हूं…
क्या तुम मेरी जिंदगी के हर दिन का “रुमाल” बनोगे?
पूजा, दिल्ली यूनिवर्सिटी
देखो Priyanshu…
मुझे समझ नहीं आ रहा मैं कैसे कहूं, पर I think I really like you.
जब मैं तुमसे पहली बार मिली थी ना, तब से पहले मैंने खुद से कहा था. अब कभी Male Friendship में नहीं पड़ना.
क्योंकि कहीं न कहीं मेरा भरोसा टूट चुका था… और कई बार तो मुझे खुद की worth भी feel नहीं हुई थी।
लेकिन फिर तुम आए.
मुझे आज भी याद है,
college में जब तुम मुझे sad देखते थे. तुम बिना ज्यादा पूछे, बस quietly पास आकर बैठ जाना और फिर पूछना क्या हुआ मुझे बताओ और “sab theek ho jayega”कहना.
उस moment में मुझे लगा था कि someone actually cares.
और वो feeling मेरे लिए बहुत नई थी।
और वो lunch वाले moments…
तुम्हारा मेरे लिए कैंटीन में वेट करना, मैंने खाया नहीं इसका khayal rakhna. जब हम साथ बैठकर खाना खाते थे,
random बातें, एक दूसरे को रोस्ट करना, टीचर्स की acting करना, उस बीच मुझे ये realise हुआ कि “I feel calm around you.”
कुछ extra करने की ज़रूरत ही नहीं पड़ती थी, बस तुम्हारी presence ही enough लगती थी।
तुम्हारे छोटे-छोटे efforts, बिना बोले care करना, हर बार genuinely पूछना “sab theek hai?” ये सब मेरे लिए बहुत matter करता है।
तुम्हारा अपने काम को लेकर इतना dedicated रहना, इतनी कम age में इतना focus, hard work और clarity honestly, I find that really attractive.
मुझे तुम्हारे साथ रहना अच्छा लगता है,
तुमसे late-night बातें करना,
तुम्हारी problems सुनना,
और अपने पूरे दिन की छोटी-छोटी बातें तुम्हें बताना…
I like the whole process.
It feels warm. It feels real.
As a girl, I feel safe with you.
I like your presence.
I trust you.
And yes… sometimes I even see a future with you.
जब हम social topics पर बात करते हैं और तुम्हारे opinions सुनती हूँ, तो feel होता है कि हमारा mindset कहीं न कहीं बहुत match करता है।
And your vibe…
तुम्हारी vibe मुझे special, valued और wanted feel कराती है, जैसे मेरी life में सच में कुछ value add हो रही हो।
मैं हमेशा ऐसा इंसान चाहती थी, जिसके साथ रहकर लगे कि “haan, this feels right.”
And you are that person.
So… I don't want to be late anymore.
बहुत हिम्मत करके पूछ रही हूँ,
Priyanshu, will you be my first date?
Will you start this new year with me?
मुझे लगता है कि you like me too…
और मैं ये friendship खोना नहीं चाहती.
I want to grow with you as a partner. ये लास्ट ईयर है,
I want to travel with you, I want to make memories with you, explore life with you,
और हर नए moment को तुम्हारे साथ feel करना चाहती हूँ।
मैं तुम्हारे जवाब का इंतज़ार करूँगी…
Your priya sakhi
hehe… Garima
Garima, Delhi University
मैं बहुत दिनों से सोच रहा था कि तुम्हें एक बात बताऊं, पर समझ नहीं आता कि आप कैसे समझोगे पर सच यह है कि जब भी मैं तुम्हारे सामने आता हूं, मेरी सारी बातें कहीं खो जाती हैं, क्योंकि मुझे बस तुम्हारी बात चुप कर सुनने का मन करता है. सच तो यह है कि तुम मेरी लाइफ का वो हिस्सा बन गए हो, जिसके बिना अब कुछ भी सही नहीं लगता. तुम्हारे साथ बिताया हर पल मुझे सुकून देता है. मुझे तुम्हारी सादगी और तुम्हारा साथ बहुत पसंद है. मुझे अब किसी और चीज की जरूरत महसूस नहीं होती, जब तुम मेरे पास होती हो. मैं बस यही चाहता हूं कि हम हमेशा ऐसे ही साथ रहें, एक-दूसरे का सहारा बनकर. तुम मेरे लिए बहुत मायने रखते हो, शायद मेरी सोच से भी कहीं ज्यादा. बस हमेशा मेरे साथ रहना.
टिंकू, दिल्ली यूनिवर्सिटी
प्रिय....
ये प्यार, मोहब्बत, इश्क इसके क्या मायने हैं, यह मुझे समझ नहीं आती तब तक जब तक कि नजरे तुम पर आकर टिक ना जाए. इस फिलिंग इस भावना को क्या कहते हैं ये भी मुझे नहीं पता. पर जब भी मेरे आस-पास तुम्हारी मौजूदगी होती है. तब पता नहीं क्यों धड़कन बहुत तेज से धड़कने लग जाती है. एक डर, जिम्मेदारी अपने आप मेरे अन्दर आने लग जाती है. हालांकि, मैं इसे कितनी बार खारिज करने की कोशिश करता रहा हूं पर, पता नहीं कैसे वो फीलिंग्स बार-बार ट्रिगर करती है. मैं चाह कर भी उस ख्याल से बाहर नहीं निकल पाता हूं. जाहिर सी बात है कि ये भावना एक तरफा भी हो सकती है और इसका मुझे कोई खौफ भी नहीं है. कोशिश महज इतनी है कि सामने वाला इंसान एक सच्चाई से वाकिफ हो.
खैर पहले ऐसी बातें महज अफवाह के दायरे में रखता था. लेकिन कहते हैं ना कि जब खुद पर बीतता है तो समझ आती है. फिलहाल उसी रास्ते से गुजर रहा हूं. फैसला जो भी हो मंजूर होगा. बस उम्मीद है कि मुझे गलत नहीं समझा जाएगा.
दिव्यांशु आनंद, बिहार