Herbs to improve Respiratory Health: ठंड का मौसम शुरू हो गया है. इस समय में दिल्ली और उसके आस-पास के इलाकों में वायु प्रदुषण का स्तर काफी ज्यादा बढ़ जाता है. पंजाब के खेतों में फरारी जलने से और दिवाली पर पटाखों के जलने से हवा में स्मॉग की मात्रा बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. ऐसे में लोगों का सांस लेना भी दूस्वार हो जाता है. इससे बचने के लिए आपके शरीर का इम्यून सिस्टम अच्छा होना जरूरी है. ऐसे में आपके लिए जड़ी-बूटियां रामबाण साबित हो सकती हैं. आइए आपको बताते हैं कुछ खास और असरदार जड़ी-बूटियों के बारे में.
सांस से जुड़ी परेशानी होने पर करें इन जड़ी-बूटियों का सेवन
तुलसीतुलसी का पौधा या इसके पत्ते बहुत ज्यादा गुणों से भरे हुए हैं. ये हर घर में आसानी से मिल जाते हैं. इन पत्तियों में एंटी ऑक्सिडेंट, जिंक और विटामिन सी की मात्रा मिलती है. इसके सेवन से शरीर का रोग-प्रतिरोधक प्रणाली मजबूत होता है.
आमतौर पर ये जड़ी-बूटी जड़ों में पाया जाता हैं. इसे कच्चा ही चबाना सेहत के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. ये आपके लंग्स को एक्सपैंड करने में मदद करता है. साथ ही इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ सकती है.
काले रंग का ये जड़ी-बूटी भी बहुत ज्यादा फायदेमंद हैं. इसमें एंटी इंफेक्टिव गुण भरपूर मात्रा में होते है. साथ ही ये आपके फेफड़ों को मजबूत बनाता है. ठंड के समय इसे खाने के बहुत से फायदे हैं.
वासाका या मालाबार अखरोट सांसों के लिए बहुत फायदेमंद है. आर्युवेद में इसे सांसों से जुड़ी समस्या के लिए सबसे बेहतर उपचार माना जाता है. ये आपके रेस्पिरेट्री सिस्टम को मजबूत करती हैं और अधिक सांस लेने में मदद करती हैं. ब्रोंकाइटिस की बीमारी में ये सबसे अधिक असरदार साबित हो सकता है.
ये जड़ी-बूटी भी सांस से जुड़ी दिक्कत के लिए रामबाण मानी जाती हैं. कई सालों से चाइना में इसे सबसे ज्यादा यूज किया जाता है. इससे हेल्थ सही रहती है, लंग्स को पोषण और रोग प्रतिकोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है. अस्थमा, सीजनल एलर्जी, सर्दी, खासी, जैसी बीमारियां इससे ठीक हो सकती हैं.
(प्रस्तुति-अंकित श्वेताभ)
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