Chai Se Acidity: चाय हमारे दिन की शुरुआत का हिस्सा है, सुबह उठते ही चाय, थकान हो तो चाय, ऑफिस ब्रेक में भी चाय. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आपकी पसंदीदा चाय (Kya Chai Peene Se Acidity Hoti Hai) कभी-कभी पेट से जुड़ी दिक्कतें क्यों बढ़ा देती है? असल में, चाय को ज्यादा देर तक उबालने से वो पेट से जुड़ी तकलीफें बढ़ा सकती है. बार-बार एक ही चाय को उबालकर पीने से लोगों में एसिडिटी, जलन और बेचैनी जैसे लक्षण बढ़ सकते. खासतौर पर जब इसे खाली पेट (Khali Pet Chai Peene Se Kya Hota Hai) या ज्यादा मात्रा में पिया जाए. इस बारे में एक इनफ्लूएंजर ने भी वीडियो बनाकर आसान तरीके से समझाने की कोशिश की है.
चाय को ज्यादा देर उबालने के नुकसान (Disadvantages of boiling tea for too long)
इंस्टाग्राम पर अपनी वीडियोज के जरिए लोगों को एजुकेट करने वाले इंफ्लूएंसर आशु घई ने एक वीडियो शेयर किया है. जिसमें उनकी मम्मी चाय को देर तक उबालती दिख रही हैं. आशु घई ने पहले कम उबली हुई चाय का पीएच चेक किया और फिर ज्यादा देर उबली चाय का पीएच चेक किया. वीडियो में साफ दिख रहा है कि ज्यादा देर उबली चाय का पीएच बहुत कम है. चलिए जानते हैं कम पीएच का क्या असर होता है.पाचन पर असर (Impact on Digestion)
कम pH यानी ज्यादा एसिडिक चाय पेट के एसिड को और एक्टिव कर देती है. जिन लोगों का पेट सेंसिटिव है, उन्हें खाली पेट चाय पीते ही एसिड रिफ्लक्स, हार्टबर्न या पेट में जलन जैसी समस्याएं हो सकती हैं. ये असर तब और बढ़ जाता है जब दिन में कई बार स्ट्रॉन्ग चाय ली जाती है.
दांतों पर असर (Impact on Teeth)
ऐसे एसिडिक ड्रिंक धीरे-धीरे दांतों के इनेमल को कमजोर कर सकते हैं. हालांकि सामान्य चाय से तुरंत कोई बड़ा नुकसान नहीं होता. लेकिन अगर आप दिन में कई बार स्ट्रॉन्ग या फ्लेवर्ड एसिडिक चाय पीते हैं, तो दांतों पर प्रभाव पड़ सकता है.
न्यूट्रिशन पर असर (Nutrient Absorption)
चाय का आयरन के अब्जॉर्प्शन पर भी असर पड़ता है. अगर आप खाने के तुरंत बाद चाय पी लेते हैं, तो शरीर भोजन से मिलने वाला आयरन कम मात्रा में सोख पाता है. ये आदत लंबे समय में कमजोरी या एनीमिया जैसी स्थितियों को बढ़ा सकती है.
पानी की कमी (Dehydration)
कैफीन शरीर से पानी को तेजी से बाहर निकालता है. ज्यादा चाय पीना आपको हल्का डिहाइड्रेट कर सकता है, खासकर गर्मियों में. इसलिए जितनी चाय पिएं, उतना ही पानी भी जरूर पिएं.
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