Relationship: रिलेशनशिप में अक्सर ही देखा जाता है कि कपल्स बहुत सी बातें एकदूसरे से करते हैं और बहुत सी बातें हैं जो वे एकदूसरे से नहीं तो अपने दोस्तों से कर लेते हैं. लेकिन, आजकल के युवा अपने रिश्ते को लेकर अपनी भावनाएं पार्टनर या दोस्तों से ज्यादा ChatGPT से कहने लगे हैं. चैटजीपीटी से बात करते हुए उन्हें कंफर्टेबल तो महसूस होता ही है, साथ ही चैटजीपीटी ऐसे जवाब देता है जो शायद वे सुनना चाहते हैं. सोशल मीडिया पर यूजर्स इस बात को सबसे खुशी-खुशी बताते भी हैं कि वे चैटजीपीटी को अपने पर्सलन थेरैपिस्ट की तरह इस्तेमाल करते हैं. कई बार कपल्स अपने रिश्ते की दिक्कतों को AI से कहते हैं और एआई के दिए जवाब को मानकर ही जिंदगी में ढालने की कोशिश करते हैं. लेकिन, यह ट्रेंड कहां तक सही है और क्या इससे रिश्ता सचमुच बचाया जा सकता है, इस बारे में बता रहे हैं एक्सपर्ट्स.
क्या ChatGPT सचमुच बचा सकता है रिश्ता | Can ChatGPT Save Your Relationship
किसी रोबोट से बात करने का विचार एक समय पर अजीब लग सकता था लेकिन यह आज की जिंदगी की सच्चाई बन चुका है. चाहे फोन में से आने वाली सिरी की आवाज हो या फिर स्पीकर से एलेक्सा की आवाज, रोबोट से बात करना आम हो गया है. यूएसए टूडे को थेरैपिस्ट लॉरेन रुथ मार्टिन ने बताया कि कई बार ऐसी जगह पर सबकुछ लिखना या कहना बेहद अच्छा लगता है जहां कोई आपके बारे में कुछ नहीं जानता. लेकिन, जहां यह बात कही जा रही है जरूरी नहीं कि वो जगह सुरक्षित ही हो.
द इंडिपेंडेंट में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, चाहे एआई चैटबॉट्स को देखकर ऐसा लगे कि ये सहानुभूति दिखा रहा है लेकिन वह आपकी भावनाओं को समझता नहीं है. हो सकता है चैटजीपीटी आपकी मेंटल हेल्थ (Mental Health) को भी ना समझे. वहीं, चैटजीपीटी आपके किसी और को नुकसान पहुंचाने वाले या खुद की मेंटल हेल्थ खराब करने वाले ख्यालों को सपोर्ट कर सकता है.
एक्सपर्ट का कहना है कि एआई अच्छा टूल हो सकता है लेकिन यह थेरैपी का रिप्लेसमेंट नहीं हो सकता है. एआई को स्ट्रक्चर्ड हेल्प के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, जैसे मॉर्निंग रूटीन के लिए, प्रोडक्टिविटी प्रॉम्प्ट्स बनाने के लिए, गाइडेड ब्रीदिंग या किसी और काम के लिए लेकिन इसे ट्रॉमा प्रोसेसिंग के लिए या ट्रॉमा डंप करने के लिए यूज नहीं करना चाहिए. एआई थेरैपिस्ट नहीं है और उसे थेरैपिस्ट की तरह इस्तेमाल भी नहीं करना चाहिए.
कभी-कभी चैटजीपीटी से अपने रिश्ते के बारे में थोड़ी बहुत बातचीत की जा सकती है लेकिन पूरी तरह से ChatGPT पर निर्भर हो जाना और अपनी हर बात उससे कहना या उसकी हर बात मानना जरूरी नहीं है.
रिश्ते को बचाने में कैसे मदद कर सकता है चैटजीपीटी
आप अपनी बातों को शेप देने के लिए, जो बात आपको कहने में मुश्किल होती है उसे पार्टनर से कैसे कहा जाए यह जानने के लिए चैटजीपीटी की मदद ले सकते हैं. पार्टनर के लिए क्या सरप्राइज प्लान करना है यह आप चैटजीपीटी से पूछ सकते हैं, क्या गिफ्ट देना है या घूमने की कौनसी जगह कपल्स के लिए अच्छी है आप यह पूछ सकते हैं. लेकिन, पूरी तरह चैटजीपीटी पर निर्भर ना हुआ जाए इस बात का ध्यान रखना जरूरी है.
ऐसी बहुत सी बातें हैं जो आपका दोस्त ही समझ सकता है या आपका पार्टनर ही उसका ऐसा जवाब दे सकता है जो आपके दिल को सुकून दे. ऐसे में थेरैपी के लिए या फिर पार्टनर की कमी चैटजीपीटी पूरी कर दे यह सोचकर चैटजीपीटी पर पूरी तरह से डिपेंड नही होना चाहिए.