Tips to help to make Kids highly confident: हर-मां बाप की चाहत होती है कि उनका बच्चा हर बच्चे से बेहतर बने. बच्चे की परवरिश करते हुए मां-बाप सोचते हैं कि उसे ऐसी बातें सिखाई जाएं. जो आगे जाकर उसके काम आएं. मां-बाप बच्चे से बहुत प्यार करते हैं और उसे दुनिया की हर चीज देना चाहते हैं. लेकिन बच्चे की परवरिश (child development Tips) करते समय वो भूल जाते हैं कि बच्चे को प्यार करने के साथ-साथ कई अच्छी आदतें (helpful Habits for Parenting) भी सिखानी जरूरी हैं. इन आदतों की मदद से ही बच्चा कामयाब और कॉन्फिडेंट बन पाएगा. अक्सर मां बाप समय पर ये आदतें बच्चों को नहीं दे पाते हैं और बच्चों का आत्मविश्वास खो जाता है. ऐसा बच्चा कभी कामयाब नहीं बन पाता है..चलिए ऐसी ही कुछ खास आदतों की बात करते हैं जो बच्चे को कामयाब, आत्मनिर्भर और कॉन्फिडेंट (how to make you kids confident ) बना सकती हैं. इनकी मदद से बच्चे का भविष्य सुधर सकता है.
बच्चे को कॉन्फिडेंट बनाने में मददगार साबित होंगी ये आदतें (Habits that make your kids confident)
बच्चे के अंदर आत्मविश्वास पैदा करने के लिए सबसे जरूरी चीज है रीडिंग. जी हां, रीडिंग ऐसी कला है जो सही गलत की पहचान कराती है और किसी को भी आत्मविश्वास से भर देती है. जरूरी नहीं कि बच्चा अपने कोर्स की किताब की रीडिंग ही करे. उसे दो घंटे रोज रीडिंग करनी चाहिए. आप उसके साथ बैठकर दूसरी किताबें भी पढ़ सकते हैं. इससे बच्चे का मोबाइल और टीवी से भी बचाव होगा और पढ़ाई में भी मदद मिलती रहेगी. ऐसे बच्चे पढ़ाई से जी नहीं चुराते और रीजनिंग में विश्वास करते हैं. अगर बचपन से ही बच्चा रीडिंग कर रहा है तो आगे जाकर ये आदत उसके लिए काफी अच्छी साबित होगी.
एक्सरसाइज और योग (Exercise and Yoga)
बच्चे के भीतर डेली फिजिकल एक्टिविटी की आदत जरूर बनाएं. उसे दिन में कम से कम 40 मिनट रोज योग और एक्सरसाइज करने के लिए प्रोत्साहित करें. इससे बच्चे की फिजिकल हेल्थ इंप्रूव होती है और मेंटल हेल्थ भी इंप्रूव होती है. इससे बच्चे के मसल्स मजबूत होंगे और उसकी लंबाई भी बढ़ेगी. लंबाई बढ़ने और फिजिकल हेल्थ अच्छी होने से किसी का भी आत्मविश्वास बढ़ जाता है.
जंक फूड से बनाइए दूरी (No to Junk Foods)
जंक फूड आज के बच्चों की खाने में पहली पसंद है. हर बच्चा बाजार में बने जंक फूड खाना पसंद करता है. पिज़्ज़ा, पास्ता, बर्गर, पेस्ट्री आदि शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं. बच्चे इन्हें खाने की जिद करते हैं और मां बाप मजबूरी में उन्हें खिलाते हैं.बच्चे को जंक फूड से दूर रहने की आदत डालना जरूरी है. इनके सेवन को पूरी तरह रोक पाना संभव नहीं है तो इनका सेवन कम कर देना चाहिए. इससे बच्चे की सेहत अच्छी रहेगी उसे जल्द मोटापा नहीं चढ़ेगा.
कम्युनिकेशन पर करें फोकस (make Better Communication skill)
नए दौर में नौकरी हो या बिजनेस, अच्छी कम्यूनिकेशन स्किल जरूरी योग्यता बन गई है. सही अंदाज में बात करना और प्रेजेंटेशन करना एक अहम कला है. अपने बच्चे की कम्युनिकेशन स्किल को बेहतर कीजिए. आगे जाकर हाई एजुकेशन और उसके बाद नौकरी आदि में ये कला काफी काम आने वाली है. देखा जाए तो कब कहां क्या बोलना है, ये अधिकतर लोग नहीं जानते हैं. नए समाज में कम्युनिकेशन स्किल किसी को कामयाब करने में काफी मददगार साबित होती है.
बच्चों के अंदर पॉजिटिविटी जगाए (Grow Positivity)
बच्चों के अंदर डेवलप करने वाली सबसे आखिरी आदत है पॉजिटिविटी का होना. बच्चे मन के सच्चे होते हैं. वो जो देखते हैं, वही सीखते हैं, बच्चों के अंदर पॉजिटिविटी, दया और करुणा की भावना भी जगाानी चाहिए. उनके अंदर दोस्तों के लिए प्यार, बड़ों के लिए आदर जरूर हो. बच्चे के अंदर फ्रेंडली बिहेवियर और टीम लीडरशिप होना जरूरी है ताकि आगे जाकर वो सोसाइटी में इन चीजों के बल पर जगह बना सके. इससे बच्चा कई लोगों के बीच भी कॉन्फिडेंट महसूस करेगा.