Effect Of Obese Mother On Child: अधिकतर लोगों को मोटे न्यू बॉर्न बच्चे प्यार लगते हैं. गोल मटोल बच्चे के फूले फूले देखने वालों के चेहरे पर मुस्कान ला देते हैं. लेकिन अधिक वजन आगे चल कर परेशानी का कारण बन सकता है. हाल ही ऑस्ट्रेलिया में हुए रिसर्च में पता चला है कि अधिक वजन वाली मां (Obese moms) से जन्म लेने वालों बेटों का वजन ज्यादा होता है और आगे चलकर उन्हें मेटाबॉलिज्म से रिलेटेड समस्याओं को खतरा अधिक होता है. इस रिसर्च के राइटर और डॉक्टर एशले मीकिन के अनुसार जिन पुरुषों की मां प्रगनेंसी के दौरान ज्यादा वेट वाली होती हैं उनका वजन जन्म के समय सामान्य से ज्यादा होता है और बड़े होने पर उन्हें नॉ-अल्कोहिक फैटी लीवर और डायबिटिज (diabetes) होने का खतरा अधिक होता है. आइए जानते हैं मोटापे से ग्रस्त महिलाओं के बेटों को फैटी लीवर और डायबिटिज होने का खतरा (effect of obese mom on child health) क्यों होता है अधिक.
सेक्स हार्मोन अधिक
रिसर्च में पाया गया कि मोटी प्रेगनेंट औरतों के मेल फीटस में एंड्रोजन टेस्टोस्टेरोन जैसे सेक्स हार्मोन की अधिकता होती है. ये हार्मोन हड्डियों के घनत्व और मसल्स की वृद्धि जैसी विकास संबंधी विशेषताओं को प्रभावित करते हैं. लेकिन, मोटी माताओं के मेल फीटस के लिवर में एंड्रोजन ज्यादा तेजी से बढ़ने लगता है. मां के मोटापे के कारण फीटस में टेस्टोस्टेरोन-मेटाबॉलिज्म एंजाइम की कम कर देता है। इसके कारण मेल फीटस बहुत बड़े हो जाते हैं और उनमें लिवर से संबंधित समस्याएं हो जाती है.
वजन पर नियंत्रण जरूरी
इस रिसर्च की राइटर और अर्ली ओरिजिन्स ऑफ एडल्ट हेल्थ रिसर्च ग्रुप की प्रमुख जान्ना मॉरिसन ने महिलाओं को अपने बच्चों की हेल्थ का अधिकतम ध्यान रखने के लिए अपनी सेहत और पोषण के साथ साथ वजन पर कंट्रोल रखने की सलाह देती है. मॉरिसन के अनुसार मोटापा सेहत के लिए अच्छा नहीं है लेकिन प्रेगनेंसी के समय अधिक वजन होने वाने बच्चे की सेहत को भी प्रभावित कर सकता है.
प्रेगनेंसी से पहले वजन पर ध्यान
विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि प्रेगनेंसी से पहले वजन पर ध्यान देना जरूरी है. अगर वजन बहुत ज्यादा है तो प्रेगनेंट होने से पहले वजन को कंट्रोल करना चाहिए. वजन ज्यादा होने का असर होने वाले बच्चे पर पड़ सकता है. यह असर पूरी उम्र रह सकता है.