Relationship: शादी से पहले और शादी के बाद पार्टनर में कई तरह के बदलाव देखने को मिलते हैं. अक्सर ही यह देखा जाता है कि पति शादी के बाद उतना समय नहीं देते जितना वे शादी के पहले देते थे या फिर रिलेशनशिप के दौरान देते हैं. वहीं, अक्सर ही पत्नी अपनी भावनाएं पति (Husband) से कहने की कोशिश करती है तो पति इन बातों, इन फीलिंग्स को नजरअंदाज करने लगते हैं या फिर कह देते हैं कि तुम ओवर रिएक्ट कर रही हो. पत्नी अक्सर ही यह समझ नहीं पाती कि पत्नी के इस व्यवहार की क्या वजह होती है. पत्नी खुद को ही सवालों के घेरने में डालना शुरू कर देती है जबकि पति का यह बिहेवियर उसके इमोशनली एब्सेंट होने या इमोशनली अनअवेलेबल होने के चलते हो सकता है. ऐसे में मैरिज और रिलेशनशिप कोच (Relationship Coach) आलोक से जानिए पति अगर इमोशनली एब्सेंट होता है तो उसमें कौनसे साइन्स नजर आते हैं या उसकी कौनसी आदतें बताती हैं कि वे इमोशवली अवेलेबल नहीं हैं. साथ ही जानिए कि पति इमोशनली एब्सेंट (Emotionally Absent) हो तो पत्नी को क्या करना चाहिए.
कौनसे संकेत बताते हैं कि पति इमोशनली एब्सेंट हैं । Signs That Your Husband Is Emotionally Absent
हमेशा फोन में रहनापति का हमेशा अपने फोन में लगे रहना और आपसे बात करने के लिए प्रजेंट ना रहना इमोशनली एब्सेंट होने का साइन हो सकता है. पत्नी पति से बात करने की जद्दोजहद में रहती है लेकिन पति उसे इग्नोर करके अपने फोन में रील्स स्क्रॉल करने में ज्यादा व्यस्त रहता है.
अगर आपका पति आपकी फीलिंग्स (Feeling) को इग्नोर करता है और आपको उनके साथ होकर भी अकेला महसूस होता है तो इसका मतलब है कि आपके पति इमोशनली एब्सेंट हैं. पत्नी अगर अपनी फीलिंग्स एक्सप्रेस करने की कोशिश करती है तो पति उन फीलिंग्स को नकार देते हैं.
इमोशनली एब्सेंट पति आपसे आपके बारे में पूछने से ज्यादा सिर्फ अपनी बात करते हैं. उनका सेंटर ऑफ अंटेंशन वो खुद होते हैं. उनकी लाइफ में क्या उतार-चढ़ाव हैं या क्या अच्छा-बुरा हो रहा है उन्हें सिर्फ उसी से फर्क पड़ता है. वह आपसे आपके बारे में पूछना जरूरी नहीं समझते हैं.
पति पत्नी का रिश्ता ऐसा होता है जिसमें वे एकदूसरे से अपने मन की हर बात को कह सकते हैं. लेकिन, अगर आपका पति अपने मन की बातें आपसे नहीं करते या आपकी बातें नहीं सुनते और उनसे आपकी किसी तरह की गहराई की नहीं बल्कि सिर्फ ऊपरी या कहें सतही बातें होती हैं तो यह भी इमोशनली अनअवेलेबल या इमोशनली एब्सेंट होने का चिन्ह है.
आप खुद के साथ अकेले होने के बजाय अपने इमोशनली एब्सेंट पति के साथ होकर खुद को ज्यादा अकेला महसूस करती हैं. जबकि होना यह चाहिए कि आप पति के साथ खुद को पूरा महसूस करें.
- इस बात को एक्सेप्ट करें कि आपके पति इमोशनली एब्सेंट हैं और उनके बिहेवियर के लिए खुद को ब्लेम करना या दोष देना बंद करें.
- अपनी भावनाओं को साफ शब्दों में कहें और उन्हें ब्लेम करने के बजाय कहें कि आप अकेला महसूस कर रही हैं या आपको तकलीफ हो रही है. इससे पति को ऐसा नहीं लगेगा कि आप उनसे शिकायत कर रही है.
- इमोशनल बाउंडरीज (Emotional Boundaries) सेट करें. पति को बताएं कि क्या आप इस रिश्ते में एक्सेप्ट करेंगी और क्या नहीं. इससे आपकी जरूरतों और परेशानियों को पति बेहतर तरह से समझ पाएंगे.
- सेल्फ केयर पर ध्यान देना भी जरूरी है. कई बार पत्नी पति के व्यवहार से इतनी परेशान हो जाती है कि खुद का ध्यान रखना, खुश रहना या उन चीजों को करना बंद कर देती है जिससे उसे अच्छा महसूस होता है. इससे सिर्फ पति-पत्नी की दूरियां ही गहरी होती हैं.
- पार्टनर को फिक्स करने की कोशिश ना करें बल्कि उन्हें समझने की कोशिश करें और अपनी बात समझाने की कोशिश करें. साथ ही आपको जिन बातों से तकलीफ होती है वो बताएं और इमोशनल बैरियर्स को मजबूत करें.