Parenting tips : बच्चे की परवरिश करने में हर परिवार का अलग-अलग अनुभव और चुनौतियों से भरा होता है. हालांकि, कई सामान्य पेरेंटिंग (Common parenting mistakes) गलतियां हैं, जो आपके बच्चे पर बुरा प्रभाव डाल सकती हैं. उनमें से एक है अपने बच्चों पर चीखना-चिल्लाना (yelling on child). यह जानना कि हम अपने बच्चों के पहले सुपरहीरो और आदर्श हैं, माता-पिता के रूप में याद रखने वाली सबसे महत्वपूर्ण बातों में से एक है. ऐसे में चलिए जानते हैं उन बातों के बारे में जो आपके बच्चे के मन पर बुरा असर डालती हैं.
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बच्चों पर क्यों नहीं चाहिए चीखना-चिल्लाना
दिमाग पर पड़ता है बुरा असर - Bad Mental healthवैसे तो माता-पिता बच्चों को सुधारने के लिए चिल्लाते हैं, लेकिन उनका यह व्यवहार बच्चे के लिए तनाव पैदा करता है और उनके दिमाग पर बुरा प्रभाव डालता है.
कई अध्ययनों में यह पाया गया है कि चिल्लाने से प्री-फ्रंटल कॉर्टेक्स का विकास रुक जाता है, जो तर्क और वितर्क करने की क्षमता का विकास करता है.
चीखने-चिल्लाने जैसी स्थितियों से गठिया, भयंकर सिरदर्द, पीठ और गर्दन में दर्द और अन्य पुरानी स्थितियों के बीच संबंध पाया गया है.
बच्चों को आजादी देना जरूरी है. उसे अपने मन की करने का भी थोड़ा मौका दीजिए. आप उसे सपोर्ट करेंगे तो वो भी आप पर भरोसा कर पाएगा. अगर आप चाहते हैं कि बच्चा आपकी बात मानें तो उसकी बात को रिस्पेक्ट देना भी जरूरी है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.