Period Health: महिलाओं को पीरियड से जुड़ी कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ती हैं. पीडियड्स देर से आना या कई महीनों तक ना आना भी मुसीबत का सबब बन जाता है. अगर पीरियड्स (Periods) के बीच में कई महीनों का अंतराल रहने लगे और पीरियड साइकल बिगड़ने लगे तो डॉक्टर की सलाह भी लेनी पड़ती है. असल में पीरियड में परेशानी होना कुछ बुरी आदतों (Bad Habits) का लक्षण हो सकता है. लड़कियों को इन आदतों को दूर करने और इन्हें सुधारने पर ध्यान देना चाहिए नहीं तो यह समस्या समय के साथ-साथ बढ़ सकती है. आइए जानें वो कौनसी आदतें हैं जो पीरियड्स (Menstrual Cycle) में रुकावट बनती हैं.
पीरियड्स को प्रभावित करने वाली बुरी आदतें | Bad Habits That Affect Periods
बहुत ज्यादा सोनाअमेरिकी मॉडल राचेल फिंच ने इस बात का खुलासा किया था कि अपने करियर के शुरुआती दौर में उन्हें 12 घंटे के करीब सोने की आदत हो गई थी. इस आदत के चलते उनकी जीवनशैली पर कई विपरीत प्रभाव पड़े जिनमें से एक था पीरियड्स का लंबे वक्त तक ना आना.
एकसाथ जब वजन में बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है तो उससे पीरियड्स पर भी असर पड़ सकता है. तेजी से वजन घटने या बढ़ने पर शरीर में कई बदलाव होते हैं जिससे पीरियड साइकल (Period Cycle) भी बदल सकती है. यानी आप जरुरत से ज्यादा एक्सरसाइज कर रही हैं या बिलकुल भी अपने वजन पर ध्यान नहीं देती हैं तो उससे भी आपके पीरियड्स अनियमित हो सकते हैं.
अच्छी डाइट ही अच्छी सेहत का राज होती है. आपकी डाइट सही नहीं होगी तो उसका खामियाजा आपके शरीर को भी उठाना पड़ता है. आप बाहर का बहुत ज्यादा जंक फूड खाती हैं या जरूरी पोषक तत्वों को अपनी डाइट में शामिल नहीं करती तो भी आपके पीरियड्स वक्त से आना बंद हो सकते हैं.
कई लड़कियां शादी से पहले प्रेग्नेंसी से बचने के लिए जरूरत से ज्यादा बर्थ कंट्रोल की गोलियां खा लेती हैं. बर्थ कंट्रोल या गर्भ निरोधक गोलियां शरीर के हार्मोन का बैलेंस बिगाड़ देती हैं जिससे अनियमित माहवारी (Irregular Periods) की दिक्कत भी हो जाती है.
शरीर को तनाव से कई नुकसान होते हैं. सेहत के लिए हानिकारक तनाव पीरियड साइकल को भी प्रभावित कर सकता है. तनाव कम करना आपके लिए जरूरी है नहीं तो पीरियड्स पर इसका प्रभाव अलग-अलग तरह से दिख सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.