Diabetes Diet: फाइबर प्लांट बेस्ड फूड्स से मिलता है जो ब्लड शुगर लेवल्स को कंट्रोल करने में मददगार है. इससे ब्लड शुगर (Blood Sugar) में इजाफा नहीं होता बल्कि यह उसे कम करता है. बता दें कि फाइबर (Fibre) 2 तरह का होता है, एक सोल्यूबल और एक इन्सोल्यूबल. यह दोनों ही सेहत के लिए अच्छे साबित होते हैं. हालांकि, डायबिटीज में सोल्यूबल फाइबर ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि यह कार्बोहाइड्रेट के एब्जोर्बशन को कम करता है जिससे ब्लड शुगर बढ़ने की संभावना नहीं होती. आइए जानें, ऐसे कौनसे फाइबर से भरपूर फूड (Fibre Rich Foods) हैं जिन्हें डाइबिटीज में खाना अच्छा रहता है.
ब्लड शुगर मैनेज करने के लिए फाइबर से भरपूर फूड | Fibre Rich Foods To Manage Blood Sugar
दालें दालों में फाइबर और प्रोटीन दोनों की ही अच्छी मात्रा पाई जाती है. तकरीबन 40 फीसदी तक दालों में पाया जाने वाला कार्बोहाइड्रेट फाइबर होता है. यह फाइबर ब्लड शुगर कम करने में मददगार होता है जिस चलते डायबिटीज (Diabetes) की डाइट में इन्हें शामिल करना अच्छा है.
मेथी के दाने या मेथी के बीज फाइबर से भरपूर होते हैं. साथ ही, मेथी के पत्ते भी फाइबर के प्रमुख स्त्रोत हैं. डायबिटीज मैनेज करने के लिए इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है. इनके सेवन के लिए मेथी के बीजों (Fenugreek Seeds) को रातभर भिगोकर रखने के बाद अगले दिन खाली पेट इस पानी को पिया जा सकता है या मेथी के पत्ते भी खाए जा सकते हैं.
किसी सुपरफूड से कम नहीं है अलसी के फूड. इनमें इन्सोल्यूबल फाइबर की अत्यधिक मात्रा पाई जाती है. इनके रोजाना सेवन से शरीर को कई स्वास्थ्य संबंधी दिक्कतों से छुटकारा मिलता है. डायबिटीज में भी इनका सेवन किया जाता है.
अमरूद का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और यह डाइटरी फाइबर से भरपूर भी है. डायबिटीज के मरीजों को अक्सर कब्ज (Constipation) की दिक्कत से भी दोचार होना पड़ता है जिसमें अमरूद का सेवन फायदा देता है. इसे सुबह 11-12 बजे के करीब खाना भी अच्छा रहता है.
पूर्ण अनाज वाला आटा, ब्राउन राइस, बारली और ओट्स फाइबर से भरपूर होते हैं. यह आराम-आराम से पचता है और अचानक से ब्लड शुगर बढ़ने की संभावना नहीं रहती है. रोजाना पूर्ण अनाज का सेवन वजन को भी संतुलित रखता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.