Weight Loss: खाने-पीने की आदतें शरीर का वजन बढ़ाने या कम करने का काम करती हैं. जब बात पीने की ड्रिंक्स की आती है तो हमारे पास कई तरह की वैरायटी होती है. अगर आप सही ड्रिंक्स को चुनते हैं तो पेट की चर्बी (Belly Fat) कम होने के साथ ही सेहत पर भी अच्छा असर होता है. इसलिए ड्रिंक्स पीने की आदतों (Drinking Habits) पर खासा ध्यान देने की जरूरत होती है. निम्न कुछ ऐसे ही टिप्स और ड्रिंकिंग आदतें हैं जिन्हें अपनाना आपके बेली फैट को कम करने के लिए अच्छा साबित होगा.
बेली फैट कम करने वाली ड्रिंकिंग की आदतें | Drinking Habits For Belly Fat Loss
फलों के जूस (Fruit Juice) का सीमित सेवन करना जरूरी है. खासकर पैकेटबंद फ्रूट जूस में पोषण के साथ-साथ एडेड शुगर भी होती है. वहीं, कुछ फलों के रस में नेचुरल शुगर की भी अधिक मात्रा पायी जाती है. इसलिए फलों का रस भी बहुत ज्यादा मात्रा में नहीं पीना चाहिए.
कृत्रिम मिठास या आर्टिफिशियल स्वीटनर्स को ना पीना भीं एक अच्छी आदत है. इनके रोजाना सेवन से किसी भी हालत में परहेज करना ही चाहिए. गर्मियों में कोल्ड ड्रिंक्स (Cold Drinks) और सोडा पीने का मन तो करता ही है लेकिन इसे अपनी डाइट का हिस्सा ना बनाएं.
एकसाथ बहुत ज्यादा पीनाचाहे ड्रिंक कोई भी हो लेकिन एकसाथ बहुत ज्यादा पीने पर शरीर का वजन बढ़ने (Weight Gain) की संभावना होती है. बिंज ड्रिंकिंग (Binge Drinking) का अर्थ है जब व्यक्ति 2 घंटों के अंतराल में 5 या उससे ज्यादा ड्रिंक्स पीता है. एल्कोहल, बीयर और कोल्ड ड्रिंक्स में भी कैलोरी की मात्रा ज्यादा होती है.
कई बार व्यक्ति क लगता है कि कुछ खाने से बेहतर सॉफ्ट ड्रिंक आदि पी लेना है. इसे वे लिक्विड डाइट (Liquid Diet) भी कह देते हैं. लेकिन, इससे शरीर को कम की बजाय बहुत ज्यादा कैलोरी भी मिल सकती है. एक सामान्य सॉफ्ट ड्रिंक में 60 ग्राम तक शुगर होती है जो वाइट ब्रेड की 4 स्लाइसेस के बराबर है.
प्रोटीन ड्रिंक्स पिएंअपनी रोजाना की डाइट (Daily Diet) में प्रोटीन शेक को शामिल करना अच्छा साबित होता है. इससे शरीर को जरूरी प्रोटीन की मात्रा प्राप्त होती है. वहीं, मसल मास बढ़ाने, पेट भरा महसूम होने और मेटाबॉलिज्म बेहतर करने में भी प्रोटीन सहायक है. इससे वजन कम होने में मदद मिलती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.