मां बनने के बाद डिप्रेशन में है अजय देवगन की यह हीरोइन, यहां जानिए पोस्ट प्रेगनेंसी Depression से उबरने के टिप्स

काजल अग्रवाल (Kajal Agarwal) ने बताया कि वो 2022 से पोस्टपार्टम डिप्रेशन से जूझ रही हैं जिसका इलाज चल रहा है. उन्होंने बताय़ा कि अगर आप डिप्रेशन से गुजर रही हैं, तो फिर इस बारे में लोगों से बात करें और थेरेपी लें. इससे काफी हद तक चीजें ठीक हो सकती हैं. लाइफ में बैलेंस होना बहुत जरूरी है. 

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Child care tips : सबसे बढ़िया तरीका है कि जब बच्चा सो रहा हो तो आप भी झपकी ले लीजिए.

What is Post pregnancy depression : अभिनत्री काजल अग्रवाल साल 2022 में एक बेटे की मां बनी थीं. जो अब 2 साल का हो चुका है. आपको बता दें कि काजल मां बनने के बाद पोस्टपार्टम डिप्रेशन का सामना कर रही हैं. हाल ही में उन्होंने एक इटंरव्यू में मां बनने के उन्होंने अपनी वर्क लाइफ और डिप्रेशन के बारे में बात की. उन्होंने बताया कि डिलिवरी होने के बाद शरीर में बड़े हॉर्मोनल बदलाव होते हैं, जिसपर कंट्रोल पाना सबसे कठिन काम है.

काजल ने बताया कि वो 2022 से पोस्टपार्टम डिप्रेशन से जूझ रही हैं जिसका इलाज चल रहा है. उन्होंने बताय़ा कि अगर आप डिप्रेशन से गुजर रही हैं, तो फिर इस बारे में लोगों से बात करें और थेरेपी लें. इससे काफी हद तक चीजें ठीक हो सकती हैं. लाइफ में बैलेंस होना बहुत जरूरी है. 

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ऐसे में हम इस आर्टिकल में पोस्टमार्टम डिप्रेशन से कैसे उबरें, कुछ टिप्स बताने वाले हैं जिसे नई मां फॉलो करके अपनी मेंटल हेल्थ को ठीक रख सकती है. 

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हेल्दी डाइट करें फॉलो

आप मां बनने के बाद हेल्दी डाइट फॉलो करें. आप अपनी थाली में कटी हुई गाजर और घिसा हुआ पनीर या सेब के टुकड़े और मूंगफली का मक्खन शामिल करें. ये सारी चीजें आपको आसानी से मिल सकती हैं. इससे आपको पोस्टपार्टम डिप्रेशन से उबरने में आसानी होगी. 

ओमेगा 3 करें शामिल

वहीं, डिलिवरी के बाद आप डीएचए लेवल शरीर में कम हो जाता है. यदि आप शाकाहारी हैं, तो अलसी का तेल बढ़िया स्रोत है. आप इसके लिए सप्लीमेंट भी ले सकती हैं. आपको बता दें जर्नल ऑफ अफेक्टिव डिसऑर्डर में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, जिन महिलाओं में डीएचए का स्तर कम होता है उनमें प्रसव के बाद अवसाद की संभावना ज्यादा होती है. 

नींद करें पूरी

एक इंसान को कम से कम 7 घंटे की नींद की ज़रूरत होती है. लेकिन नवजात शिशु के साथ, इस नींद को पूरा करना लगभग असंभव हो सकता है. ऐसे में आप अपने बच्चे के साथ बिस्तर पर कम से कम 9-10 घंटे बिताएं. इस तरह आप 7-8 घंटे की नींद पूरी कर सकती हैं. सबसे बढ़िया तरीका है कि जब बच्चा सो रहा हो तो आप भी झपकी ले लीजिए.

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खुद को दें समय

दिन के किसी भी समय अपने लिए 1 घंटा निकालने की कोशिश करें. इस समय अपने परिवार के सदस्यों को बच्चे की देखभाल करने के लिए कहें. मां बनने के बाद आपको किताब पढ़ने, फ़िल्म देखने या अपनी पसंदीदा एक्टिविटी को फिर से शुरू करने में बाधा नहीं आनी चाहिए. खुद को प्राथमिकता देना न भूलें.

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